टीकमगढ़. जतारा विकासखंड क्षेत्र के वैदपुर और कुंवरपुरा गांव के स्कूलों में एक भी शिक्षक पदस्थ नहीं है। जिसके कारण छात्रों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है। जबकि स्थानीय लोगों ने शिक्षकों को पदस्थ करने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को पत्र के माध्यम से जानकारी दी। उसके बाद भी शिक्षकों को पदस्थ नहीं किया गया है।
बैरवार संकुल केंद्र क्षेत्र में आने वाले वैदपुर एवं कुंवरपुर की माध्यमिक शालाएं संचालित हो रही है। इस शालाओं में वर्षों से एक भी शिक्षक नहीं है। इससे गांव के छात्रों पर बुरा असर पड़ रहा है। सरकारी स्कूलों से छात्र निजी स्कूलों में नाम स्थानांतरण करवा रहे है। जून में स्कूलों का संचालन शुरू हो गया था, लेकिन वहां पर आज तक पढाई शुरू नहीं हो पाई है।
बैरवार संकुल केंद्र क्षेत्र में आने वाले वैदपुर एवं कुंवरपुर की माध्यमिक शालाएं संचालित हो रही है। इस शालाओं में वर्षों से एक भी शिक्षक नहीं है। इससे गांव के छात्रों पर बुरा असर पड़ रहा है। सरकारी स्कूलों से छात्र निजी स्कूलों में नाम स्थानांतरण करवा रहे है। जून में स्कूलों का संचालन शुरू हो गया था, लेकिन वहां पर आज तक पढाई शुरू नहीं हो पाई है।
ओडी पर लगाए गए दो स्कूलों में दो शिक्षक
इन दोनों माध्यमिक शाला और एक प्राथमिक शाला में एक-एक शिक्षक को ओडी पर पदस्थ किया गया है। वह छात्रों को पढ़ाने की जगह सिर्फ स्कूल की व्यवस्था को देख रहे है। विकासखंड और शिक्षा विभाग की जानकारी ही देते रहते है। स्थानीय लोगों ने शिक्षकों को पदस्थ कराने की मांग की है।
इन दोनों माध्यमिक शाला और एक प्राथमिक शाला में एक-एक शिक्षक को ओडी पर पदस्थ किया गया है। वह छात्रों को पढ़ाने की जगह सिर्फ स्कूल की व्यवस्था को देख रहे है। विकासखंड और शिक्षा विभाग की जानकारी ही देते रहते है। स्थानीय लोगों ने शिक्षकों को पदस्थ कराने की मांग की है।
वैदपुर में 77 कुंवरपुर में 90 दर्ज है छात्र
वैदपुर के माध्यमिक विद्यालय में छात्रों की संख्या ७७ दर्ज है। कक्षा छह में २२, कक्षा सातवीं में ३० और कक्षा ८वीं में २५ छात्र है। वहीं कुवंरपुरा के माध्यमिक विद्यालय में ९० छात्र-छात्राएं दर्ज है। शिक्षक पदस्थ नहीं होने से उनकी पढ़ाई का एक भी अध्यरय शुरू नहीं हो पाया है। जिसके कारण उन्हें कोचिंगों का सहारा लेना पड़ता है। मामले की शिक्षा अधिकारी, सर्व शिक्षा अभियान और विकासखंड अधिकारी को नहीं है।
वैदपुर के माध्यमिक विद्यालय में छात्रों की संख्या ७७ दर्ज है। कक्षा छह में २२, कक्षा सातवीं में ३० और कक्षा ८वीं में २५ छात्र है। वहीं कुवंरपुरा के माध्यमिक विद्यालय में ९० छात्र-छात्राएं दर्ज है। शिक्षक पदस्थ नहीं होने से उनकी पढ़ाई का एक भी अध्यरय शुरू नहीं हो पाया है। जिसके कारण उन्हें कोचिंगों का सहारा लेना पड़ता है। मामले की शिक्षा अधिकारी, सर्व शिक्षा अभियान और विकासखंड अधिकारी को नहीं है।
इनका कहना
इस बारे में मुझे जानकारी नहीं हैं। इसकी जानकारी डीपीसी को होना चाहिए।
आईएल अठया, जिला शिक्षा अधिकारी टीकमगढ़। यह कार्य पद स्थापना का है, उन्हीं को जानकारी होगी, कहां शिक्षक है कहां नहीं। इस बारे में हम कुछ नहीं कह सकते।
पीआर त्रिपाठी, डीपीसी सर्व शिक्षा अभियान टीकमगढ़।
इस बारे में मुझे जानकारी नहीं हैं। इसकी जानकारी डीपीसी को होना चाहिए।
आईएल अठया, जिला शिक्षा अधिकारी टीकमगढ़। यह कार्य पद स्थापना का है, उन्हीं को जानकारी होगी, कहां शिक्षक है कहां नहीं। इस बारे में हम कुछ नहीं कह सकते।
पीआर त्रिपाठी, डीपीसी सर्व शिक्षा अभियान टीकमगढ़।