ओरछा में 27 नवंबर से होने वाले तीन दिवस श्रीराम-जानकी विवाह महोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई है। इस आयोजन को इस बार और भव्य एवं गरिमायम रूप देने का प्रयास किया जा रहा है। ओरछा में होने वाले इस तीन दिवसीय महोत्सव के लिए प्रशासन, मंदिर प्रबंधन एवं श्रद्धालुओं द्वारा अपने-अपने स्तर पर तैयारियां की जा रही है। ओरछा मंदिर का प्रबंधन देने वाले तहसीलदार संदीप शर्मा ने बताया कि इस बार बारात मार्ग को खास तरीके से सजाया जा रहा है। बारात के स्वागत के लिए पूरे नगर में 16 तोरण द्वार बनाए जा रहे है। वहीं मंदिर के पीछे सब्जी मंडी चौराहे पर 100 बाई 100 की छतरी बनाई जाएंगी। इस छतरी से बारातियों पर फूलों की बारिश की जाएगी। उनका कहना है कि इसके साथ ही पूरे मार्ग पर रंगोलियां सजाई जाएंगी।
250 टीन लगेगा शुद्ध घी
तहसीलदार शर्मा ने बताया कि 27 नवंबर को भगवान के विवाह के लिए मंडप का कार्यक्रम होगा। इसमें होने वाली पंगत में इस बार 70 हजार श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसाद की व्यवस्था की जा रही है। इस बार पूरा भोजन शुद्ध देशी घी से निर्मित किया जा रहा है। इसके लिए 250 टीन शुद्ध देशी घी मंगाया जा रहा है। इसमें से 120 टीन आ चुके है। वहीं मंडप की पंगत के लिए भोजन बनाने के लिए बड़ी-बड़ी भट्टियों का निर्माण शुरू कर दिया गया है। 25 नवंबर से मंडप के लिए मिठाई आदि बनना शुरू कर दिया जाएगा।
महिलाएं तैयार कर रही मसाला
श्रीरामराजा सरकार के मंडप का भोजन प्रसाद स्वादिष्ट होने के साथ ही लोगों की सेहत के लिए भी अच्छा रहे इसके लिए मंदिर प्रबंधन द्वारा खुद ही मसाले आदि तैयार किए जा रहे है। इसके लिए पिछले दो दिनों से महिलाएं इनकी तैयारी में जुटी हुई है। श्रीरामराजा धर्मशाला में हल्दी, धनियां, मिर्च सहित तमाम मसालों को सुखाकर उनकी सफाई चल रही है। साथ ही महिलाएं इनके पीसने का भी काम कर रही है। इस काम में भी महिलाएं बुंदेली परंपरा के अनुरूप अपने सिर पर घूंघट डालकर विवाह के गीत गाकर काम कर रही है। ऐसे में अभी से ओरछा का माहौल राम विवाह के रंग में रंगने लगा है।
फूलों और लाइट से दमेगा मंदिर
विवाह पंचमी के लिए इस बार मंदिर को भी खास तरीके से सजाया जाएगा। तहसीलदार शर्मा ने बताया कि मंदिर की सजावट के लिए बाहर से विशेष फूल मंगाए जा रहे है। मंदिर की सजावट फूलों एवं आकर्षक लाइट से की जाएगी। इसके साथ ही पंगत एवं बारात में किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो इसके लिए तमाम प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।