टीकमगढ़

धूमपान की एक ही दिन चली तलाशी, बगैर तलाशी के वार्डों में हो रहा प्रवेश

डायलेसिस कक्ष

टीकमगढ़Nov 28, 2024 / 11:05 am

akhilesh lodhi

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बगैर चादर और कंबल बैड, डायलेसिस कक्ष में तीन मशीनें
टीकमगढ़. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के एमआईसीयू में मरीज की लापरवाही से २० नवंबर को हुए हादसे के बाद जिला अस्पताल प्रबंधन तलाशी के लिए सक्रिय नहीं हुआ है। पत्रिका की टीम ने जिला अस्पताल का जायजा लिया। जहां पर संबंधित कर्मचारियों द्वारा कुछ ही क्षण धूमपान की चेकिंग की। चेकिंग में मिली तंबाकू की पुडियां एक छोटे से कार्टून में रखी थी। वहीं भर्ती मरीजों के वार्डों के पलंग बेड की स्थिति उलट दिखी
बुधवार पत्रिका की टीम सुबह ११:४५ बजे जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर के अंदर पहुंची। पुराने अस्पताल के सर्जिकल वार्ड के मुख्य द्वार और ट्रामा सेंटर द्वार पर कोई चेकिंग कार्य नहीं किया जा रहा था। यहां तक ट्रामा सेंटर में बैठे मरीज के परिजन गुटखा और धूमपान कर रहे थे। सर्जिकल वार्ड के मुख्य रास्ता पर दो गार्ड बैठे थे, उन्हीं के सामने दर्जनों की संख्या में मरीज के परिजन बगैर रोकटोक से अंदर प्रवेश कर रहे थे। उन्हें रोक ने और तलाशी का कार्य नहीं किया जा रहा था। एक गार्ड की कुर्सी के नीचे छोटा सा कार्टून रखा था, जिसमें कुछ तंबाकू की पुडिया दिखाई दे रही थी।
डायलेसिस करने दी गई थी चार मशीनें
दोपहर १२:०५ बजे डायलेसिस कक्ष का दरवाजा बंद था। पत्रिका टीम ने अंदर प्रवेश किया तो तीन मशीनों पर तीन मरीज डायलेसिस करवा रहे थे। कक्ष में एक सिस्टर, एक प्रभारी और एक कर्मचारी बैठा था। लेकिन एक मशीन दिखाई नहीं दे रही थी। अपेक्स कंपनी इस कार्य को कर रही है। प्रभारी डायलेसिस टेक्निशियन सचेंद्र तिवारी ने बताया कि जिला अस्पताल में डायलेसिस का शुभारंभ दो मशीनों के साथ वर्ष २०१६ में हुआ था। फिर दो मशीने वर्ष २०२१ में दी गई थी। चार मशीनों ने डायलेसिस किया जाने लगा। एक मशीन छह महीने पहले सतना भेज दी गई। उनका कहना था कि प्रतिदिन पांच और छह मरीज आ रहे है। एक दिन में छह लोगों का डायलेसिस किया जाता है और जिले में ऐसे १७ मरीज है।
बेडसीट और कंबल गायब
दोपहर १२:१३ बजे पत्रिका पुरुष सर्जिकल वार्ड में पहुंची। जहां के पलंगों पर बेड रखे थे, लेकिन उनमें बेडसीट नहीं थी और कंबल दिखाई नहीं दे रहे थे। यही हाल दूसरे वार्डों का भी था। मरीज और उनके परिजनों ने बताया कि ठंड का असर रात की जगह दिन में दिखाई देने लगा है। घर और ऑफिस में रहने वाले लोग गर्म कपड़ों का उपयोग करने लगे है।

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