टीकमगढ़

नियम ताक पर: महेंद्र सागर बंधान से गुजर रहे भारी वाहन, नहीं दिख रहा प्रतिबंध का असर

टीकमगढ़. महेंद्र सागर तालाब के बंधान से भारी वाहनों की आवाजाही रोकने प्रतिबंध तो लगाया गया है, लेकिन यह असर करता नहीं दिखाई दे रहा है। इस आवाजाही को रोकने प्रशासन और पुलिस द्वारा कई बार दोनों ओर लोहे के पाइप और गर्डर खड़े किए गए हैं, लेकिन हर बार इन्हें तोड़कर भारी वाहनों की आवाजाही जारी बनी हुई है। भारी वाहनों की आवाजाही से यहां पर दुर्घटनाओं के साथ ही मंदिरों को भी नुकसान बताया जा रहा है।

टीकमगढ़Nov 20, 2024 / 05:36 pm

Pramod Gour

चित्रगुप्त मंदिर का रास्ता।

कई बार किए गए प्रयास, हर बार तोड़े जा रहे एंगल और बैरिकेड्स
टीकमगढ़. महेंद्र सागर तालाब के बंधान से भारी वाहनों की आवाजाही रोकने प्रतिबंध तो लगाया गया है, लेकिन यह असर करता नहीं दिखाई दे रहा है। इस आवाजाही को रोकने प्रशासन और पुलिस द्वारा कई बार दोनों ओर लोहे के पाइप और गर्डर खड़े किए गए हैं, लेकिन हर बार इन्हें तोड़कर भारी वाहनों की आवाजाही जारी बनी हुई है। भारी वाहनों की आवाजाही से यहां पर दुर्घटनाओं के साथ ही मंदिरों को भी नुकसान बताया जा रहा है।
नगर की एक लाख से अधिक जनसंख्या के लिए महेंद्र सागर और वृंदावन तालाब लाइफ लाइन का काम करते हैं। उसके मुहानों पर आधा दर्जन से अधिक धार्मिक स्थलों के साथ ही पीजी कॉलेज, पार्क और अन्य सार्वजनिक स्थल भी है। यहां पर बड़ी संख्या में लोगों का आना जाना होता है। ऐसे में यहां से गुजरने वाले भारी वाहनों से जहां बंधान को खतरा है तो यहां आने-जाने वाले श्रद्धालु एवं आमजनों को भी गुजरने वाले भारी वाहनों से खतरा बना रहता है।
टीकमगढ़-ललितपुर मार्ग के ऊपरी सड़क पर तालाब किनारे श्रृंखलाबद्ध आधा दर्जन मंदिर और पीजी कॉलेज के छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारी वाहन के आवागमन पर स्थाई रूप से रोक लगाई गई थी। इसकी वजह यह है कि तालाब की बंधान भारी वाहनों के आवागमन के कारण क्षतिग्रस्त हो रहा है। ऐसे में इसकी सुरक्षा की मांग सालों से की जा रही है। इसके लिए प्रशासन ने भी प्रयास किया है और यहां से भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने के साथ ही यहां पर एंगल एवं गर्डर लगाए गए थे, लेकिन हर बार इन्हें हटा दिया जाता है। पुलिस और प्रशासन द्वारा इस पर सख्ती से ध्यान न देने के कारण इस प्रतिबंध का असर होता दिखाई नहीं दे रहा है।
तीन स्थानों पर लगाए गए थे लोहे के पाइप

वाहनों की आवाजाही के लिए विवेकानंद चौक और गो घाट के साथ चित्रगुप्त मंदिर के पास लोहे के पाइप और गाटर स्थाई रूप से लगाई गई थी। वहां से सिर्फ बाइक और छोटे वाहनों को जाने का रास्ता था, लेकिन भारी वाहनों ने टक्कर मारकर दोनों ओर से तोड दिया है। जिससे आवाजाही शुरू हो गई है। जिसके चलते हादसों की आशंका बनी हुई है।
इनका कहना है

बंधान से जाने वाले भारी वाहनों को रोकने के लिए प्रयास किए गए थे। अब रास्ते को सकरा किया जाएगा और बाइक के साथ अन्य वाहनों को निकलने का रास्ता दिया जाएगा। आकस्मिक स्थिति के लिए भी रास्ता बनाया जाएगा।
कैलाश कुमार पटैल, यातायात प्रभारी टीकमगढ़।

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