टीकमगढ़. पलेरा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत मगरई जल जीवन मिशन की पाइप लाइन १ करोड ६८ रुपए में डाली जा रही है। ठेकेदार द्वारा सवा तीन फीट की जगह सात से आठ इंच गहरी डाली जा रही है। जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा क्षेत्रीय कार्यालय में की, लेकिन जिम्मेदारों द्वारा कार्रवाई नहीं की। पत्रिका ने २८ सितंबर को खबर का प्रकाशन किया। खबर प्रकासन को देख पीएचई विभाग ने जांच के निर्देश दिए। निर्माण कार्य को निरस्त करके सवा तीन फीट गहरी पाइप लाइन डलवाने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
मगरई गांव में १ करोड ६८ लाख रुपए में जल जीवन मिशन की पाइप लाइन डलने का कार्य जय मां सती कंट्रेक्शन कंपनी कर रही है। ९०० परिवार के लिए ५५० नल कनेक्शन चिन्हित कर लिए है। पाइप लाइन बिछाने की खानापूर्ति करने के लिए सवा तीन फीट की जगह सात और आठ इंच गहरी पाइप लाइन डाली जा रही थी। कई जगह गांव की गलियों में दो से चार इंच नीचे पाइप लाइन को बिछाया गया था। ग्रामीणों द्वारा विरोध किया और पाइप की गहराई फावड़ा से उखाडक़र देखा तो सवा तीन फीट की जगह कम ही गहराई मिली। मामले की शिकायत संबंधित ठेकेदार और विभाग के अधिकारियों से की गई, लेकिन उनके द्वारा कार्रवाई नहीं की गई।
२८ सितंबर को खबर का हुआ था प्रकाशन
२८ सितंबर को पत्रिका की टीम ने पीएचई विभाग के ईई अनिल लगरखा से चर्चा की। उन्होंने मामले को संज्ञान में लिया और संबंधित ठेकेदार के साथ क्षेत्रीय अधिकारियों को निर्देश दिए और निर्माण कार्य को रिजेक्ट कर दिया। अधिकारियों के सामने जल जीवन मिशन की पाइप लाइन को सामने खुदवाया। सवा तीन फीट गहरी नाली में पाइप लाइन को डाला गया।
मगरई गांव में १ करोड ६८ लाख रुपए में जल जीवन मिशन की पाइप लाइन डलने का कार्य जय मां सती कंट्रेक्शन कंपनी कर रही है। ९०० परिवार के लिए ५५० नल कनेक्शन चिन्हित कर लिए है। पाइप लाइन बिछाने की खानापूर्ति करने के लिए सवा तीन फीट की जगह सात और आठ इंच गहरी पाइप लाइन डाली जा रही थी। कई जगह गांव की गलियों में दो से चार इंच नीचे पाइप लाइन को बिछाया गया था। ग्रामीणों द्वारा विरोध किया और पाइप की गहराई फावड़ा से उखाडक़र देखा तो सवा तीन फीट की जगह कम ही गहराई मिली। मामले की शिकायत संबंधित ठेकेदार और विभाग के अधिकारियों से की गई, लेकिन उनके द्वारा कार्रवाई नहीं की गई।
२८ सितंबर को खबर का हुआ था प्रकाशन
२८ सितंबर को पत्रिका की टीम ने पीएचई विभाग के ईई अनिल लगरखा से चर्चा की। उन्होंने मामले को संज्ञान में लिया और संबंधित ठेकेदार के साथ क्षेत्रीय अधिकारियों को निर्देश दिए और निर्माण कार्य को रिजेक्ट कर दिया। अधिकारियों के सामने जल जीवन मिशन की पाइप लाइन को सामने खुदवाया। सवा तीन फीट गहरी नाली में पाइप लाइन को डाला गया।
ग्रामीणों ने ऐसे किया था पाइप लाइन की गहराई का खुलासा
संबंधित ठेकेदार द्वारा मगरई गांव में पाइप लाइन को बिछाया जा रहा था। उनके द्वारा सीसी सडक़ को तोड़ा जा रहा था। पीछे से काम को पूरा करते जा रहे थे। कई जगहों की पाइप लाइप ऊपर दिखाई दे रहे थी। ग्रामीणों ने एकत्र होकर कई स्थानों की पाइप लाइनों को खोद कर इसकी गहराई इंची टेप से नापी तो सवा तीन फीट की जगह सात और आठ इंच गहरी मिली।
संबंधित ठेकेदार द्वारा मगरई गांव में पाइप लाइन को बिछाया जा रहा था। उनके द्वारा सीसी सडक़ को तोड़ा जा रहा था। पीछे से काम को पूरा करते जा रहे थे। कई जगहों की पाइप लाइप ऊपर दिखाई दे रहे थी। ग्रामीणों ने एकत्र होकर कई स्थानों की पाइप लाइनों को खोद कर इसकी गहराई इंची टेप से नापी तो सवा तीन फीट की जगह सात और आठ इंच गहरी मिली।