टीकमगढ़. तापमान के उताव चढ़ाव से लोग बीमार हो रहे है। दिन रात के मापमान में आ रहे अंतर से ओपीडी की संख्या हजार के ऊपर पहुंच रही है। जिसमें सबसे अधिक मरीज जुकाम, खांसी,स्वांस, बीपी, शुगर और गले में दर्द के पहुंच रहे है। जिनकी भीड़ डॉक्टरों के कक्ष में देखने को मिल रही है। डॉक्टर इस मौसम में सावधानी रखने के लिए जागरूक कर रहे है।
जिले के साथ शहर में दो दिन पहले न्यूनतम तापमान ७.३ डिग्री पहुंच गया था। मंगलवार को न्यूनतम ९.२ डिग्री और अधिकतम २८.० डिग्री तापमान दर्ज हुआ है। इस बार की सर्दी ने धीरे-धीरे असर दिखाना शुरू कर दिया है। हालांकि दिन में तेज धूप निकलने की बजह से लोगों को राहत मिल रही है। सुबह और सूरज ढलने बाद मौसम में ठंडक आना शुरू होती है। रात के समय लोगों को ठिठुरन महसूम होती है। दिन में हल्की गर्मी और रात में ठंड होने से लोग बीमारियों की चपेट आ रहे हैं।
जिले के साथ शहर में दो दिन पहले न्यूनतम तापमान ७.३ डिग्री पहुंच गया था। मंगलवार को न्यूनतम ९.२ डिग्री और अधिकतम २८.० डिग्री तापमान दर्ज हुआ है। इस बार की सर्दी ने धीरे-धीरे असर दिखाना शुरू कर दिया है। हालांकि दिन में तेज धूप निकलने की बजह से लोगों को राहत मिल रही है। सुबह और सूरज ढलने बाद मौसम में ठंडक आना शुरू होती है। रात के समय लोगों को ठिठुरन महसूम होती है। दिन में हल्की गर्मी और रात में ठंड होने से लोग बीमारियों की चपेट आ रहे हैं।
एक हजार से अधिक पहुंच रहे मरीज
जिला राजेंद्र अस्पताल में पांच दिनों की ओपीडी ५०५५ पहुंच रही है। जिसमें सबसे अधिक जुकाम, खांसी गले का दर्द के साथ अन्य बीमारियों के मरीज पहुंच रहे है। मंगलवार को जिला अस्पताल में एक हजार से अधिक पहुंची है। बच्चों में निमोनियां की शिकायतें आ रही है। जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ अजीत कुमार जैन ने बताया कि ठंड में मौसमी बीमारियों के मरीज अधिक आ रहे है। गलसुआ, सर्दी, जुकाम, बुखार और गले में दर्द मरीज, ठंड में पसीना कम होने से बीपी के मरीज आ रहे है।
जिला राजेंद्र अस्पताल में पांच दिनों की ओपीडी ५०५५ पहुंच रही है। जिसमें सबसे अधिक जुकाम, खांसी गले का दर्द के साथ अन्य बीमारियों के मरीज पहुंच रहे है। मंगलवार को जिला अस्पताल में एक हजार से अधिक पहुंची है। बच्चों में निमोनियां की शिकायतें आ रही है। जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ अजीत कुमार जैन ने बताया कि ठंड में मौसमी बीमारियों के मरीज अधिक आ रहे है। गलसुआ, सर्दी, जुकाम, बुखार और गले में दर्द मरीज, ठंड में पसीना कम होने से बीपी के मरीज आ रहे है।
बीमारियों से बचने के उपाय
डॉ पीएल विश्वकर्मा ने बताया कि गर्म कपड़े पहनें, ठंड से बचने के लिए सिर, कान, हाथ और पैर को ढंक कर रखें। गर्म पेय पदार्थ जैसे अदरक वाली चाय, सूप और इंयुनिटी बढ़ाने हल्दी वाला दूध पिए। शरीर को गर्म रखे और नियमित व्यायाम करें। इससे रक्त का संचार होगा। हरी सब्जियां, मौसमी फल और विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं। बीमारियों के संक्रमण से बचने साफ-सफाई का ध्यान रखें।
डॉ पीएल विश्वकर्मा ने बताया कि गर्म कपड़े पहनें, ठंड से बचने के लिए सिर, कान, हाथ और पैर को ढंक कर रखें। गर्म पेय पदार्थ जैसे अदरक वाली चाय, सूप और इंयुनिटी बढ़ाने हल्दी वाला दूध पिए। शरीर को गर्म रखे और नियमित व्यायाम करें। इससे रक्त का संचार होगा। हरी सब्जियां, मौसमी फल और विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं। बीमारियों के संक्रमण से बचने साफ-सफाई का ध्यान रखें।
सुबह से इंजेक्शन के लिए होते रहे परेशान
दीक्षित मोहल्ला निवासी अनुराग दीक्षित ने बताया कि जिला राजेंद्र अस्पताल में इंजेक्शन लगवाने के लिए मंगलवार की सुबह गए थे। डॉक्टर धीरेंद्र यादव से इंजेक्शन लगवाने की बात की, लेकिन उन्होंने सुबह ८ बजे के बाद इंजेक्शन लगवाने की बात कही। उनका कहना था कि सुबह से इंजेक्शन के लिए परेशान होते रहे।
फैक्ट फाइल
तारीख ओपीडी संख्या
२९ अक्टूबर ११५०
३० अक्टूबर ११७५
०१ दिसंबर २५०
०२ दिसंबर १३८०
०३ दिसंबर ११००
दीक्षित मोहल्ला निवासी अनुराग दीक्षित ने बताया कि जिला राजेंद्र अस्पताल में इंजेक्शन लगवाने के लिए मंगलवार की सुबह गए थे। डॉक्टर धीरेंद्र यादव से इंजेक्शन लगवाने की बात की, लेकिन उन्होंने सुबह ८ बजे के बाद इंजेक्शन लगवाने की बात कही। उनका कहना था कि सुबह से इंजेक्शन के लिए परेशान होते रहे।
फैक्ट फाइल
तारीख ओपीडी संख्या
२९ अक्टूबर ११५०
३० अक्टूबर ११७५
०१ दिसंबर २५०
०२ दिसंबर १३८०
०३ दिसंबर ११००