टीकमगढ़. मंगलवार को पत्रिका रक्षा कवच अभियान के तहत लुहरगुवां गांवों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अभियान का मकसद लोगों को साइबर अपराधों के बारे में जानकारी देना और उन्हें इनसे बचाव के उपाय बताना है। अभियान के तहत स्थानीय स्तर पर मोहल्ला, स्कूलों और किसानों को गांवों में जागरूक कार्यक्रम किए। इन कार्यक्रमों में लोगों को साइबर अपराधों से जुड़ी जानकारी दी गई
लुहरगुवां निवासी प्रताप सिंह बुंदेला ने बताया कि मेरे नंबर ऐसे कई फोन आते है कि आपके लिए बैंक क्रेडिट कार्ड दे रही है। वह अधिक लाभ देने वाला है, उसकी ओटीपी आएंगी बता देना। मेरे गांव में पत्रिका अखबार आता है। उसमें साइबर अपराध और ठगों के बारे में खबरे आ रही है। उसी को लेकर प्रत्येक मोबाइल नंबर एक टून आ रही है, साइबर ठगों से सावधान रहे। किसी को फोन पर ओटीपी और पर्सनल जानकारी नहीं दे। उसको लेकर मैंने एक फटकार लगा दी। उसके बाद फिर कोई फोन नहीं आया।
लुहरगुवां निवासी प्रताप सिंह बुंदेला ने बताया कि मेरे नंबर ऐसे कई फोन आते है कि आपके लिए बैंक क्रेडिट कार्ड दे रही है। वह अधिक लाभ देने वाला है, उसकी ओटीपी आएंगी बता देना। मेरे गांव में पत्रिका अखबार आता है। उसमें साइबर अपराध और ठगों के बारे में खबरे आ रही है। उसी को लेकर प्रत्येक मोबाइल नंबर एक टून आ रही है, साइबर ठगों से सावधान रहे। किसी को फोन पर ओटीपी और पर्सनल जानकारी नहीं दे। उसको लेकर मैंने एक फटकार लगा दी। उसके बाद फिर कोई फोन नहीं आया।
लुहरगुवा निवासी राकेश जैन, चुन्नी लाल साहू, सुंदर कुशवाहा ने बताया कि पूरे देश में साइबर क्राइम लगातार बढ़ रहा है। मध्यप्रदेश साइबर क्राइम का गढ़ बनता जा रहा है। यहां ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश जनता तकनीकी रूप से दक्ष नहीं है, जिसके कारण साइबर ठग फ र्जी ओटीपी या लिंक से उनके खातों में सेंध लगा देते है। इन सब से बचाने के लिए पत्रिका रक्षा कवच अभियान जिला, संभाग, प्रदेश और देशभर के शहर स्तर पर भी चलाया जा रहा है।
किशन प्रजापति, मनोहर वंशकार, रज्जन वंशकार, पवन अहिरवार, पहलवान चढ़ार, रानी वंशकार, सोमा वंशकार ने बताया कि साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों के बीच टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में पत्रिका रक्षा कवच अभियान ने साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह अभियान अब लोगों में साइबर ठगों और उनके बचाव के उपायों के प्रति समझाया जा रहा है। उनका कहना था कि डिजिटल तकनीक का उपयोग बढ़ रहा है और वहीं साइबर अपराधों की वृद्धि हो रही है।