टीकमगढ़. डोर टू डोर कचरा एकत्र करने वाले वाहनों की मानिटरिंग के लिए एक वर्ष पहले नगरपालिका ने जीपीएस सिस्टम लगाए थे। लेकिन कुछ वाहनों के खराब हो चुके है या वाहन चालकों ने इन्हें निकाल दिया है। इसके बावजूद कागजों में कुछ कचरा वाहनों की निगरानी हो रही है। इन वाहनों पर नपा प्रत्येक महीना लाखों रुपए खर्च कर रही है। हकीकत यह है कि कचरा वाहनों की निगरानी नहीं होने से ये मनमाने मार्ग पर दौड़ रहे है।
एक वर्ष पहले १६ डोर टू डोर कचरा एकत्र करने वले वाहनों में जीपीएस लगाया गया था। मोबाइल से इसकी निगरानी की जा रही है। कई वाहन ऐसे है, उनमें आज तक जीपीएस सिस्टम नहीं लगाया गया है। लेकिन सफाई कर्मचारी द्वारा दावा किया जा रहा है कि शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार आया है। लेकिन कई स्थान ऐसे है जहां पर यह वाहन नहीं जा रहे है। इस कारण से सडक़ किनारे और मोहल्लों में कचरे के ढेर लगे है।
एक वर्ष पहले १६ डोर टू डोर कचरा एकत्र करने वले वाहनों में जीपीएस लगाया गया था। मोबाइल से इसकी निगरानी की जा रही है। कई वाहन ऐसे है, उनमें आज तक जीपीएस सिस्टम नहीं लगाया गया है। लेकिन सफाई कर्मचारी द्वारा दावा किया जा रहा है कि शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार आया है। लेकिन कई स्थान ऐसे है जहां पर यह वाहन नहीं जा रहे है। इस कारण से सडक़ किनारे और मोहल्लों में कचरे के ढेर लगे है।
२० टन निकल रहा कचरा, २२ वाहन और २७० कर रहे कार्य
नगरपालिका क्षेत्र के आधा दर्जन वार्डों को छोड बाकी वार्डों से २० टन कचरा २२ वाहनों द्वारा उठाया जा रहा है। जिसमें १६ डोर टू डोर और छह ट्रैक्टर ट्राली लगे है। सफाई व्यवस्था के लिए २७० कर्मचारियों द्वारा क्षेत्र अनुसार कार्य किया जा रहा है। इनके द्वारा सुबह से दोपहर तक सफाई का कार्य किया जा रहा है।
नगरपालिका क्षेत्र के आधा दर्जन वार्डों को छोड बाकी वार्डों से २० टन कचरा २२ वाहनों द्वारा उठाया जा रहा है। जिसमें १६ डोर टू डोर और छह ट्रैक्टर ट्राली लगे है। सफाई व्यवस्था के लिए २७० कर्मचारियों द्वारा क्षेत्र अनुसार कार्य किया जा रहा है। इनके द्वारा सुबह से दोपहर तक सफाई का कार्य किया जा रहा है।
आदेश के बाद भी ट्रैक्टरों में नहीं है जीपीएस
शहर के सभी वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया गया है। लेकिन छह ट्रैक्टर में जीपीएस नहीं लगा है। जो मनमाने तरीके से सडक़ों पर दौड़ते रहते है। उन पर निगरानी भी नहीं रखी जा रही है। इसके साथ ही कई छोटे कचरा वाहनों के जीपीएस बंद है। जबकि आदेश दिया गया था कि नपा के सभी वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया जाए।
शहर के सभी वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया गया है। लेकिन छह ट्रैक्टर में जीपीएस नहीं लगा है। जो मनमाने तरीके से सडक़ों पर दौड़ते रहते है। उन पर निगरानी भी नहीं रखी जा रही है। इसके साथ ही कई छोटे कचरा वाहनों के जीपीएस बंद है। जबकि आदेश दिया गया था कि नपा के सभी वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया जाए।
फैक्ट फाइल
२७ नगरपालिका में वार्ड
६०० वार्ड की गलियां
१६ डोर टू डोर कचरा जीपीएस सिस्टम वाहन
६ ट्रैक्टर ट्राली
२७० सफाई कर्मचारी
२० टन प्रतिदिन निकल रहा कचरा
इनका कहना
सभी वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया गया है। उन की एप ट्रक के माध्यम से नजर रखी जा रही है। ट्रैक्टर में जीपीएस सिस्टम नहीं लगा है। उनमें भी जीपीएस लगाने का प्रयास किया जाएगा।
राकेश करोसिया, प्रभारी स्वच्छता निरीक्षक, नगरपालिका टीकमगढ़।
२७ नगरपालिका में वार्ड
६०० वार्ड की गलियां
१६ डोर टू डोर कचरा जीपीएस सिस्टम वाहन
६ ट्रैक्टर ट्राली
२७० सफाई कर्मचारी
२० टन प्रतिदिन निकल रहा कचरा
इनका कहना
सभी वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया गया है। उन की एप ट्रक के माध्यम से नजर रखी जा रही है। ट्रैक्टर में जीपीएस सिस्टम नहीं लगा है। उनमें भी जीपीएस लगाने का प्रयास किया जाएगा।
राकेश करोसिया, प्रभारी स्वच्छता निरीक्षक, नगरपालिका टीकमगढ़।