टीकमगढ़. जिले में प्रशासन की लचर व्यवस्था को लेकर खाद की मारामारी मची है। किसान एक एक बोरी खाद के लिए परेशान हो रहे है। फ सल बचाने के लिए मंहगी खाद खरीदना उनकी मजबूरी बन चुकी है। जिले में रकबे के हिसाब से खाद का आवंटन न होने से भारी दिक्कत हो रही है। निजी उर्वरक विक्रेता मनमर्जी चला रहे है। वह सीमावर्ती जिलों की खाद अपने यहां महंगे दामों पर बेच रहे हैं। यहां के किसान भटकने को मजबूर है। आंकड़ों के अनुसार जिले में खाद पिछले वर्ष से कम खाद मिला है।
किसानों का कहना था कि खाद का रोना हर बार रहता है। आवंटन के हिसाब से खाद समय पर नहीं आ पाती है। जिससे हाहाकार मच जाता है। इस बार भी जिले में २ लाख ३१ हजार २१ हेक्टेयर में बोवाई का लक्ष्य है, जिसके लिए लगभग 50 हजार मीट्रिक टन खाद की जरूरत थी, लेकिन अभी तक मांग के अनुरूप खाद नहीं आई है। जिससे खाद का संकट गहरा गया है। किसान एक बोरी के लिए दर दर भटक रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार अब तक ४४ हजार ५४८ मीट्रिक टन खाद आई है, इससे किल्लत है। यही खाद समय पर मिल जाती तो मारामारी न होती। निजी उर्वरक विक्रेता भी मनमानी कर रहे हैं। जिला प्रशासन के निर्देशों के बाद भी महंगी खाद बेची जा रही है। यहां न सही तो सीमावर्ती जिलों में खाद अधिक मूल्य पर बेच दी जाती है। बोवाई के समय डीएपी खाद में भी दिक्कत उठानी पड़ी थी।
५० हजार मीट्रिक टन का था लक्ष्य
जिले के चार ब्लॉकों के लिए रबी सीजन की बोवाई के लिए ५० हजार मीट्रिक टन डीएपी, यूरिया, सुपर फास्पेट, पोटाश, एनपीके की मांग की गई थी। उनकी मांग पर शासन ने जिले को ४४ हजार ५४८ मीट्रिक टन खाद उपलब्ध कराया गया। उसमें से ३७ हजार ७२६ मीट्रिक टन खाद का वितरण किया गया। अभी वितरण के लिए ६ हजार ९४२ मीट्रिक टन खाद बाकी है। जो किसानों को आसानी से नहीं मिल पा रहा है।
जिले के चार ब्लॉकों के लिए रबी सीजन की बोवाई के लिए ५० हजार मीट्रिक टन डीएपी, यूरिया, सुपर फास्पेट, पोटाश, एनपीके की मांग की गई थी। उनकी मांग पर शासन ने जिले को ४४ हजार ५४८ मीट्रिक टन खाद उपलब्ध कराया गया। उसमें से ३७ हजार ७२६ मीट्रिक टन खाद का वितरण किया गया। अभी वितरण के लिए ६ हजार ९४२ मीट्रिक टन खाद बाकी है। जो किसानों को आसानी से नहीं मिल पा रहा है।
दो खाद विक्रेता पर एफआईआर और दो लाइसेंस निलंबित
प्रशासन की लचर व्यवस्था का फायदा खाद विक्रेताओं द्वारा उठाया गया। उनके द्वारा उप्र से खाद खरीदकर मप्र में बेचा गया। राख और अन्य सामग्री से डीएपी बोरी में नकली खाद बनाया गया। दिगौड़ा से १७० नकली खाद और खरगापुर से १५० अवैध परिवहर खाद पकड़ा गया। जिसमें पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। टीकमगढ़ के नरेंद्र एंड संस और अनिल एंड संस के खाद लाइसेंस को निलंबित किया गया है।
प्रशासन की लचर व्यवस्था का फायदा खाद विक्रेताओं द्वारा उठाया गया। उनके द्वारा उप्र से खाद खरीदकर मप्र में बेचा गया। राख और अन्य सामग्री से डीएपी बोरी में नकली खाद बनाया गया। दिगौड़ा से १७० नकली खाद और खरगापुर से १५० अवैध परिवहर खाद पकड़ा गया। जिसमें पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। टीकमगढ़ के नरेंद्र एंड संस और अनिल एंड संस के खाद लाइसेंस को निलंबित किया गया है।
५० सरकारी और २२० से अधिक विके्रता बेच रहे खाद
बताया गया कि जिले में ५० से अधिक सरकारी केंद्र और २२० से अधिक व्यापारी खाद का विक्रय कर रहे है। २२० में से ५० व्यापारी खाद का व्यापार कर रहे है। जिसमें से दो व्यापारियों के लाइसेंस निलंबित हो गए है। ८० बीज के सेंपल लिए गए है। पलेरा के बीज भंडार का बीज अनुपयोगी निकला है। जिसके खिलाफ नोटिस कार्रवाई की जा रही है।
बताया गया कि जिले में ५० से अधिक सरकारी केंद्र और २२० से अधिक व्यापारी खाद का विक्रय कर रहे है। २२० में से ५० व्यापारी खाद का व्यापार कर रहे है। जिसमें से दो व्यापारियों के लाइसेंस निलंबित हो गए है। ८० बीज के सेंपल लिए गए है। पलेरा के बीज भंडार का बीज अनुपयोगी निकला है। जिसके खिलाफ नोटिस कार्रवाई की जा रही है।
कृषि विभाग के उपसंचालक अशोक कुमार शर्मा ने खाद की बात सुनकर फोन काट दिया। फैक्ट फाइल
२३१२१ हेक्टेयर रबी सीजन की बुवाई का रकबा
१८९.७१ हेक्टेयर में हुई रबी सीजन की बुवाई
१७०००० जिले में किसान
५० से अधिक सरकारी खाद वितरण केंद्र
२३१२१ हेक्टेयर रबी सीजन की बुवाई का रकबा
१८९.७१ हेक्टेयर में हुई रबी सीजन की बुवाई
१७०००० जिले में किसान
५० से अधिक सरकारी खाद वितरण केंद्र
१७० बोरी डीएपी की नकली खाद जब्त
१५० बोरी अवैध खाद का परिवहन जब्त
०२ पर एफआईआर
०२ खाद विक्रय व्यापारियों के लाइसेंस निलंबित
२२० से अधिक खाद विक्रय के लाइसेंस
५० खाद लाइसेंस कर रहे काम ४४५७४ मीट्रिक टन खाद पिछले वर्ष मिला था
५०००० मीट्रिक टन खाद की मांग शासन से की थी
४४५४८ मीट्रिक टन खाद जिले को मिला
३७७२६ मीट्रिक टन खाद का वितरण ९ दिसंबर तक किया गया
६९४२ मीट्रिक टन खाद जिले के गोदाम में स्टॉक है
१५० बोरी अवैध खाद का परिवहन जब्त
०२ पर एफआईआर
०२ खाद विक्रय व्यापारियों के लाइसेंस निलंबित
२२० से अधिक खाद विक्रय के लाइसेंस
५० खाद लाइसेंस कर रहे काम ४४५७४ मीट्रिक टन खाद पिछले वर्ष मिला था
५०००० मीट्रिक टन खाद की मांग शासन से की थी
४४५४८ मीट्रिक टन खाद जिले को मिला
३७७२६ मीट्रिक टन खाद का वितरण ९ दिसंबर तक किया गया
६९४२ मीट्रिक टन खाद जिले के गोदाम में स्टॉक है
इनका कहना
मांग के अनुसार खाद नहीं मिला। आज रात्रि में डीएपी खाद की रैक आ रही है। कुछ ही किसान खाद के लिए बाकी है।
अनिल कुमार बरबरे, डीएमओ जिला विपणन केंद्र टीकमगढ़।
टीकेएम -५० लगाना है।
कैप्शन-खाद का रैक।
मांग के अनुसार खाद नहीं मिला। आज रात्रि में डीएपी खाद की रैक आ रही है। कुछ ही किसान खाद के लिए बाकी है।
अनिल कुमार बरबरे, डीएमओ जिला विपणन केंद्र टीकमगढ़।
टीकेएम -५० लगाना है।
कैप्शन-खाद का रैक।
इनका कहना
मांग के अनुसार खाद नहीं मिला। आज रात्रि में डीएपी खाद की रैक आ रही है। कुछ ही किसान खाद के लिए बाकी है।
अनिल कुमार बरबरे, डीएमओ जिला विपणन केंद्र टीकमगढ़।
मांग के अनुसार खाद नहीं मिला। आज रात्रि में डीएपी खाद की रैक आ रही है। कुछ ही किसान खाद के लिए बाकी है।
अनिल कुमार बरबरे, डीएमओ जिला विपणन केंद्र टीकमगढ़।