टीकमगढ़. रविवार को भाई दूज का त्योहार मनाया गया। बहिनों ने तिलक करके भाई की खुशी के लिए दुआ मांगी। वहीं भाईयों ने बहिन को नशा और अपराध से दूर रहने का वचन दिया। इसके साथ ही उन्होंने संकल्प लिया कि न नशा करेंगे और ना ही करने देंगे। यह कार्यक्रम जेल में किया गया।
भाई बहिन का भाई दूज त्योहार विश्वास का प्रतीक है। बहिन अपने भाई की खुशी और आगे बढऩे की दुआएं हमेशा करती है। मां के बाद बहिन ही भाई की चिंता करती है। इसी को लेकर रविवार को भाई दूज का त्योहार मनाया गया। बहिन ने भाई का तिलक करके आरती उतारी और नारियल भेंट किया। भाई ने सुरक्षा का वचन देते हुए उपहार दिए।
भाई बहिन का भाई दूज त्योहार विश्वास का प्रतीक है। बहिन अपने भाई की खुशी और आगे बढऩे की दुआएं हमेशा करती है। मां के बाद बहिन ही भाई की चिंता करती है। इसी को लेकर रविवार को भाई दूज का त्योहार मनाया गया। बहिन ने भाई का तिलक करके आरती उतारी और नारियल भेंट किया। भाई ने सुरक्षा का वचन देते हुए उपहार दिए।
जेल में बंद बंदियों का तिलक करने ९६ बहिने जेल पहुंची
सब जेल जतारा में बंद विचाराधीन कैदी भाई से मिलने के लिए 96 महिलाए पहुंची। जहां पर जेल प्रशासन के नियमों अनुसार बहनों ने जेल पहुंच कर अपने कैदी भाई का तिलक किया और भाई ने बहनों को वचन दिया है कि वह अब जीवन में कभी भी गलत कार्य की ओर नहीं जाएंगे। अपराध विराम लगाकर सभी के साथ मिल जुलकर रहेंगे। इसके साथ ही कहा कि नशा और अपराध की दुनियों से दूर चले जाएंगे।
सहायक जेल अधीक्षक राज किशोर सिंह गुर्जर ने बताया कि जेल प्रशासन के नियम अनुसार कैदी भाइयों की उनकी बहनों से खुली मुलाकात कराई गई है। जिसमें 96 बहनों ने 36 कैदी भाइयों की तिलक कर टीका किया है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जेल प्रशासन द्वारा पहले से ही तैयारी कर ली गई थी, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुलाकात कराई गई है।
सब जेल जतारा में बंद विचाराधीन कैदी भाई से मिलने के लिए 96 महिलाए पहुंची। जहां पर जेल प्रशासन के नियमों अनुसार बहनों ने जेल पहुंच कर अपने कैदी भाई का तिलक किया और भाई ने बहनों को वचन दिया है कि वह अब जीवन में कभी भी गलत कार्य की ओर नहीं जाएंगे। अपराध विराम लगाकर सभी के साथ मिल जुलकर रहेंगे। इसके साथ ही कहा कि नशा और अपराध की दुनियों से दूर चले जाएंगे।
सहायक जेल अधीक्षक राज किशोर सिंह गुर्जर ने बताया कि जेल प्रशासन के नियम अनुसार कैदी भाइयों की उनकी बहनों से खुली मुलाकात कराई गई है। जिसमें 96 बहनों ने 36 कैदी भाइयों की तिलक कर टीका किया है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जेल प्रशासन द्वारा पहले से ही तैयारी कर ली गई थी, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुलाकात कराई गई है।