टीकमगढ़. आगामी दिनों में हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी विद्यालयों की अद्र्ध वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो जाएगी। लेकिन शादी में आने वाले डीजी साउंडों की आवाज पढ़ाई बाधा बन रहे है। डीजे साउंडों से निकलने वाली ध्वनि विस्तारक यंत्र का शोर छात्रों को परेशान करने लगा है। लेकिन इस पर जिम्मेदारों का ध्यान नहीं है।
शहर के शक्ति टॉकीज, मोटे का मोहल्ला, मऊ चुंगी रोड, चकरा के साथ झांसी रोड पर तीन दर्जन के करीब शादी घर और होटल संचालित हो रहे है। देवउठनी एकादशी से विवाह मुर्हूत शुरू हो गए है। बरातों के साथ डीजे साउंडों की तेज ध्वनि पर गीतों का गायन किया जा रहा है। लेकिन इस ध्वनि से छात्रों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है। रात १ बजे बाद भी ध्वनि विस्तारक यंत्र से होने वाला शोर जारी है। इस पर जिम्मेदार मौन है। कहने को तो अधिक शोर करने पर रोक है, लेकिन हकीकत यह है कि इसको न तो साउंड डेसिबल मीटर से मापा जा रहा है, न इसको कम करने का प्रयास हो रहा है। रात 10 बजे बाद भी डीजे से होने वाले शोर को कम कराने में जिम्मेदार पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहे है। इसका सबसे अधिक असर उन बच्चों पर हो रहा है जो परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है। रात में एकाग्रता अधिक होने से पढ़ाई करने का मन होने पर भी शोर इसमें बाधा बन रहा है।
शहर के शक्ति टॉकीज, मोटे का मोहल्ला, मऊ चुंगी रोड, चकरा के साथ झांसी रोड पर तीन दर्जन के करीब शादी घर और होटल संचालित हो रहे है। देवउठनी एकादशी से विवाह मुर्हूत शुरू हो गए है। बरातों के साथ डीजे साउंडों की तेज ध्वनि पर गीतों का गायन किया जा रहा है। लेकिन इस ध्वनि से छात्रों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है। रात १ बजे बाद भी ध्वनि विस्तारक यंत्र से होने वाला शोर जारी है। इस पर जिम्मेदार मौन है। कहने को तो अधिक शोर करने पर रोक है, लेकिन हकीकत यह है कि इसको न तो साउंड डेसिबल मीटर से मापा जा रहा है, न इसको कम करने का प्रयास हो रहा है। रात 10 बजे बाद भी डीजे से होने वाले शोर को कम कराने में जिम्मेदार पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहे है। इसका सबसे अधिक असर उन बच्चों पर हो रहा है जो परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है। रात में एकाग्रता अधिक होने से पढ़ाई करने का मन होने पर भी शोर इसमें बाधा बन रहा है।
अधिक ध्वनि वाले साउंडों को कम करने मुख्यमंत्री दिए थे आदेश
वर्ष २०२३ में विधान सभा चुनाव संपन्न होने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मनमोहन यादव की सरकार ने सबसे पहला निर्णय ध्वनि विस्तार यंत्रों की तीव्रता नियंत्रित करने का निर्णय लिया था। कुछ दिनों तक इसका पालन भी किया गया। धार्मिक स्थलों से तेज आवाज करने वाले माइक हटाए भी गए। कुछ समय शोर से शांति मिली, लेकिन फि र हालात जस के तस बन गए।
वर्ष २०२३ में विधान सभा चुनाव संपन्न होने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मनमोहन यादव की सरकार ने सबसे पहला निर्णय ध्वनि विस्तार यंत्रों की तीव्रता नियंत्रित करने का निर्णय लिया था। कुछ दिनों तक इसका पालन भी किया गया। धार्मिक स्थलों से तेज आवाज करने वाले माइक हटाए भी गए। कुछ समय शोर से शांति मिली, लेकिन फि र हालात जस के तस बन गए।
९ दिसंबर से आयोजित की जाएगी अद्र्ध वार्षिक परीक्षाएं
आगामी ९ दिसंबर से १८ दिसंबर तक हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी की अद्र्ध वार्षिक परीक्षाएं आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा सुबह ९ बजे से दोपहर १२ बजे तक होगी। यह परीक्षाए बोर्ड पेर्टन के आधार पर आयोजित होगी। यह परीक्षाएं बिलंव से होने के कारण छात्रों की चिंता अधिक बढ़ गई है। वहीं डीजे साउंडों की आवाज भी पढ़ाई में बाधा उत्पन्न कर रही है।
आगामी ९ दिसंबर से १८ दिसंबर तक हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी की अद्र्ध वार्षिक परीक्षाएं आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा सुबह ९ बजे से दोपहर १२ बजे तक होगी। यह परीक्षाए बोर्ड पेर्टन के आधार पर आयोजित होगी। यह परीक्षाएं बिलंव से होने के कारण छात्रों की चिंता अधिक बढ़ गई है। वहीं डीजे साउंडों की आवाज भी पढ़ाई में बाधा उत्पन्न कर रही है।
इनका कहना
रात्रि १० बजे तक और कम आवाज में डीजे साउंडों को बजाने का आदेश जारी है। छात्रों की पढ़ाई में कोई व्यवधान उत्पन्न न हा। ऐसे यंत्रों की जांच करने के लिए निर्देश दिए जाएंगे। तेज आवाज में डीजे साउंड मिलते है। संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।
संजय दुबे, एसडीएम टीकमगढ़।
रात्रि १० बजे तक और कम आवाज में डीजे साउंडों को बजाने का आदेश जारी है। छात्रों की पढ़ाई में कोई व्यवधान उत्पन्न न हा। ऐसे यंत्रों की जांच करने के लिए निर्देश दिए जाएंगे। तेज आवाज में डीजे साउंड मिलते है। संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।
संजय दुबे, एसडीएम टीकमगढ़।