टीकमगढ़.\
शहर की सडक़ें वाहन चालकों के साथ पैदल चलने वालों को तकलीफ देने लगी है। बारिश में गड्ढे और अब धूल के गुब्बारों से आमजनों की सांसे फूलने लगी है। इसके साथ ही सडक़ किनारे बैठे दुकानदार और पैदल चलने वाले आमजन परेशान हो गए है।
राकेश वंशकार और राजेंद्र जैन ने बताया कि पिछले दो दशक पहले से अब तक शहर की सडक़ों की स्थिति अच्छी थी, लेकिन दो वर्षों से खराब हो गई है। जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों द्वारा गड्ढों के रखरखाव में खानापूर्ति की जाती रही और कुछ ही दिनों में गिट्टी सीमेंट टायरों के दबाव से उखडक़र निकल गया है। अब वह धूल के गुब्बारें बना रहा है जो आमजनों को परेशान कर रहा है।
शहर की सडक़ें वाहन चालकों के साथ पैदल चलने वालों को तकलीफ देने लगी है। बारिश में गड्ढे और अब धूल के गुब्बारों से आमजनों की सांसे फूलने लगी है। इसके साथ ही सडक़ किनारे बैठे दुकानदार और पैदल चलने वाले आमजन परेशान हो गए है।
राकेश वंशकार और राजेंद्र जैन ने बताया कि पिछले दो दशक पहले से अब तक शहर की सडक़ों की स्थिति अच्छी थी, लेकिन दो वर्षों से खराब हो गई है। जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों द्वारा गड्ढों के रखरखाव में खानापूर्ति की जाती रही और कुछ ही दिनों में गिट्टी सीमेंट टायरों के दबाव से उखडक़र निकल गया है। अब वह धूल के गुब्बारें बना रहा है जो आमजनों को परेशान कर रहा है।
निकल आई गिट्टी और उड रही धूल
दुकानदारों ने बताया कि जिम्मेदार विभाग ने बारिश के बाद सडक़ के गड्ढों को सीमेंट से भर दिया था। अब वाहनों के दबाव से गिट्टी निकल आई है। टायरों के दबाव से सडक़ की गिट्टी लोगों को घायल कर रही है। इसके साथ ही सडक़ की धूल गुब्बारा बनकर लोगों को परेशान कर रही है। इससे सांसे लेने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दुकानदारों ने बताया कि जिम्मेदार विभाग ने बारिश के बाद सडक़ के गड्ढों को सीमेंट से भर दिया था। अब वाहनों के दबाव से गिट्टी निकल आई है। टायरों के दबाव से सडक़ की गिट्टी लोगों को घायल कर रही है। इसके साथ ही सडक़ की धूल गुब्बारा बनकर लोगों को परेशान कर रही है। इससे सांसे लेने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पानी का नहीं किया जा रहा छिडक़ाव
स्थानीय राजेश रैकवार और लाल सिंह घोष ने बताया कि मऊ चुंगी रोड की सडक़ धूल युक्त हो गई है। सुबह से रात तक निकलने वाले वाहनों के कारण धूल उड़ रही है। धूल के घरों के साथ लोगों की सांसों द्वारा शरीर में पहुंच रही है। इससे शरीर को अधिक नुकसान पहुंच रहा है। धूल से राहत दिलाने के लिए जिम्मेदार विभाग दोपहर और शाम को पानी का छिडक़ाव नहीं कर रहा है। जिससे धूल से राहत मिल सके।
स्थानीय राजेश रैकवार और लाल सिंह घोष ने बताया कि मऊ चुंगी रोड की सडक़ धूल युक्त हो गई है। सुबह से रात तक निकलने वाले वाहनों के कारण धूल उड़ रही है। धूल के घरों के साथ लोगों की सांसों द्वारा शरीर में पहुंच रही है। इससे शरीर को अधिक नुकसान पहुंच रहा है। धूल से राहत दिलाने के लिए जिम्मेदार विभाग दोपहर और शाम को पानी का छिडक़ाव नहीं कर रहा है। जिससे धूल से राहत मिल सके।