टीकमगढ़. किसानों को बोवनी के लिए डीएपी खाद चाहिए और इसकी जिले में कमी बनी हुई है। डीएपी की जगह दी जा रही अन्नदाता खाद को किसान ले नहीं रहे है। ऐसे में जब शुक्रवार को भी किसानों को डीएपी की जगह अन्नदाता खाद दी गई तो वह नाराज हो गए। इसके बाद किसानों ने मंडी के गेट को बंद कर जाम लगा दिया। सूचना पर मौके पर पहुंच प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों को समझाइश दी तब कहीं किसान माने।
शुक्रवार को कृषि उपज मंडी में खाद लेने पहुंचे किसान डीएपी खाद के लिए अड़ गए। यहां पर खाद न होने से किसानों को अन्नदाता खाद का वितरण किया जा रहा था। वहीं मंडी परिसर में ही डीएपी खाद होने पर किसान उसकी मांग कर रहे थे। जबकि मंडी प्रबंधन और खाद वितरण करने वाले कर्मचारियों का कहना था कि यह माल अभी आया है और आवक रजिस्टर के साथ ही स्टॉक में दर्ज नहीं हुआ है, ऐसे में इसका विरतण नहीं कर पाएंगे। इसे लेकर कुछ किसानों ने हंगामा खड़ा कर दिया और मंडी के गेट के बाहर आकर गेट बंद कर दिए। ऐसे में दोनों ओर से आने-जाने वाले वाहन रूक गए और जाम की स्थिति बन गई। यह नाटक लगभग एक घंटे तक चलता रहा। इसकी सूचना पर डीडीए अशोक शर्मा एवं खाद वितरण प्रभारी अनंत चतुर्वेदी भी मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद अनंत चतुर्वेदी ने किसानों को बताया कि जब तक यह खाद स्टॉक में दर्ज नहीं होगी, उसका वितरण करना संभव नहीं है। उन्होंने किसानों को सोमवार को डीएपी खाद का वितरण होने का आश्वासन दिया। साथ ही जो किसान शुक्रवार को पहुंचे थे उन सभी के रजिस्टर में नाम दर्ज कर उनके आधार कार्ड लेकर सोमवार को सबसे पहले प्राथमिकता के आधार पर इन लोगों को ही डीएपी वितरित किए जाने का आश्वासन दिया तब किसानों ने जाम खोला।
अनंत चतुर्वेदी का कहना था कि उनके पास लगभग 500 टन डीएपी पहुंचा है। इसे स्टॉक में दर्ज करने के बाद ही वितरण किया जा सकेगा। वहीं यूरिया का रैक भी आ गया है और एक-दो दिन में और रैक आने के बाद से यह परेशानी दूर हो जाएगी। शुक्रवार को रैक आने के बाद जिले की अन्य सोसाटियों पर भी माल पहुंचाया गया है।
शुक्रवार को कृषि उपज मंडी में खाद लेने पहुंचे किसान डीएपी खाद के लिए अड़ गए। यहां पर खाद न होने से किसानों को अन्नदाता खाद का वितरण किया जा रहा था। वहीं मंडी परिसर में ही डीएपी खाद होने पर किसान उसकी मांग कर रहे थे। जबकि मंडी प्रबंधन और खाद वितरण करने वाले कर्मचारियों का कहना था कि यह माल अभी आया है और आवक रजिस्टर के साथ ही स्टॉक में दर्ज नहीं हुआ है, ऐसे में इसका विरतण नहीं कर पाएंगे। इसे लेकर कुछ किसानों ने हंगामा खड़ा कर दिया और मंडी के गेट के बाहर आकर गेट बंद कर दिए। ऐसे में दोनों ओर से आने-जाने वाले वाहन रूक गए और जाम की स्थिति बन गई। यह नाटक लगभग एक घंटे तक चलता रहा। इसकी सूचना पर डीडीए अशोक शर्मा एवं खाद वितरण प्रभारी अनंत चतुर्वेदी भी मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद अनंत चतुर्वेदी ने किसानों को बताया कि जब तक यह खाद स्टॉक में दर्ज नहीं होगी, उसका वितरण करना संभव नहीं है। उन्होंने किसानों को सोमवार को डीएपी खाद का वितरण होने का आश्वासन दिया। साथ ही जो किसान शुक्रवार को पहुंचे थे उन सभी के रजिस्टर में नाम दर्ज कर उनके आधार कार्ड लेकर सोमवार को सबसे पहले प्राथमिकता के आधार पर इन लोगों को ही डीएपी वितरित किए जाने का आश्वासन दिया तब किसानों ने जाम खोला।
अनंत चतुर्वेदी का कहना था कि उनके पास लगभग 500 टन डीएपी पहुंचा है। इसे स्टॉक में दर्ज करने के बाद ही वितरण किया जा सकेगा। वहीं यूरिया का रैक भी आ गया है और एक-दो दिन में और रैक आने के बाद से यह परेशानी दूर हो जाएगी। शुक्रवार को रैक आने के बाद जिले की अन्य सोसाटियों पर भी माल पहुंचाया गया है।