टीकमगढ़. रबी फसलों की बोवनी का सीजन निकलता जा रहा है, डीएपी और यूरिया खाद खत्म होने से किसान ङ्क्षचतित दिखाई दे रहे हैं। नाराज किसानों ने मंगलवार की सुबह १० बजे जिला अस्पताल चौराहा पर एक घंटे तक चक्काजाम लगाकर जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। जाम की सूचना मिलते ही सिटी कोतवाली प्रभारी पंकज शर्मा और एसडीएम संजय दुबे पहुंचे। उन्होंने दो दिनों में खाद उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
जिला अस्पताल पर किसानों द्वारा लगाए गए जाम में बताया कि डीएपी और यूरिया खाद के लिए १५ दिनों से सरकारी समितियों और खाद वितरण केंद्र के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन खाद नहीं मिल पा रहा है। बोवनी के लिए की ङ्क्षसचाई वाले खेत सूख गए हैं। दो दिनों से कृषि उपज मंडी में बनाए गए खाद वितरण केंद्र बंद पड़े हैं। संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया जा रहा है कि जिले में डीएपी खाद खत्म हो गई है। जबकि अधिकारियों ने भरोसा दिलाया था कि सोमवार को खाद दी जाएगी, लेकिन नहीं मिला। परेशान होकर किसानों ने अस्पताल चौराहा पर चक्काजाम लगा दिया है।
कांग्रेस शहर अध्यक्ष भगतराम यादव ने बताया कि डीएपी के लिए जिले का किसान परेशान है और सुबह से शाम तक लाइन में खड़े रहते हैं। खाद न होने से खाली हाथ लौटना पड़ता है। एसडीएम ने दो दिनों में डीएपी खाद दिलाने का आश्वासन दिया है। किसानों ने कहा कि अगर दो दिनों में खाद नहीं दिया गया तो खाद की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जाएगा।
दो दिन बाद आएगी डीएपी और यूरिया खाद जिला विपणन विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिले में डीएपी और यूरिया की रैक आ रही है। यूरिया की १७५५ मीट्रिक टन रैक बुधवार और शुक्रवार को १२२९ मीट्रिक टन डीएपी खाद आ जाएगी। दो दिनों में आने वाली खाद से जिले के किसानों की पूर्ति हो जाएगी। जिससे किसानों को परेशान नहीं हो पड़ेगा।
तीन स्थानों पर भेजा जाएगा खाद उन्होंने बताया कि दो दिनों में आने वाली खाद व्यापारियों, सोसायटियों और केंद्र पर पहुंचाई जाएगी। इससे कृषि उपज मंडी में किसानों की भीड कम होगी और सरल तरीके से किसानों को खाद उपलब्ध हो जाएगा। जिसकी तैयारियां जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है।
इनका कहना है दो दिनों में डीएपी और यूरिया रैक आ जाएगी। खाद को तीन स्थानों पर भेजा जाएगा। इस खाद की रैक से किसानों की पूर्ति हो जाएगी। समितियां और व्यापारियों को भी खाद दिया जाएंगे। हाल ही में यूरिया, एनपीके, सुपर खाद उपलब्ध है, लेकिन जागरूकता की कमी के कारण किसान खरीदने तैयार नहीं हो रहा है।
अनिल नरबरे, डीएमओ, जिला विपणन केंद्र टीकमगढ़।