टीकमगढ़. हरपुरा जामनी नदी से मोहनगढ़ तक निकाली गई ४६ किमी की तालाब जोड़ो परियोजना किसानों के लिए फलदायी नहीं रही है। जब से उसका शुभारंभ हुआ, तब से हरपुरा नहर का रिसाव, टूटने, फूटने के साथ तालाबों के भराव में किसान परेशान रहे और जिम्मेदारों के पास एक ही जबाव रहा। जल्द ही मरम्मत कार्य किया जाएगा। सिंचाई का सीजनाने वाला है, परंतु सुधार कार्य नहीं हो पाया है।
शासन स्तर पर बुंदेलखंड की मप्र और उप्र सीमा से निकली जामुनी नदी से तालाब जोड़ो अभियान के तहत हरपुरा नहर परियोजना वर्ष २०१२ में बनाई थी। इस योजना में चंदेलकालीन हनुमानसागर तालाब से लेकर अचर्रा तक ११ तालाब भरने की रूपरेखा योजना में थी। योजना के तहत केंद्र और प्रदेश सरकार ने ११६ करोड रुपए का बजट आवंटित किया था। खेतों पर जाने के लिए रास्ता और तालाब को भरने की नहर थी। नहर की जिम्मेदारी विभाग के पहुंची है, तब से हालात खराब हो गए है।
शासन स्तर पर बुंदेलखंड की मप्र और उप्र सीमा से निकली जामुनी नदी से तालाब जोड़ो अभियान के तहत हरपुरा नहर परियोजना वर्ष २०१२ में बनाई थी। इस योजना में चंदेलकालीन हनुमानसागर तालाब से लेकर अचर्रा तक ११ तालाब भरने की रूपरेखा योजना में थी। योजना के तहत केंद्र और प्रदेश सरकार ने ११६ करोड रुपए का बजट आवंटित किया था। खेतों पर जाने के लिए रास्ता और तालाब को भरने की नहर थी। नहर की जिम्मेदारी विभाग के पहुंची है, तब से हालात खराब हो गए है।
नहर शुभारंभ से अब तक टूट रही नहर
किसानों ने बताया कि नहर से किसानों को लाभ कम और घाटा अधिक देखने को मिल रहा है। नहर शुभारंभ से पिछले वर्ष रिसाव और अब नहर टूटने की शिकायतें अधिक आ रही है। तीन महीने से नहर टूटी पड़ी, लेकिन सुधार कार्य नहीं किया जा रहा है। इससे किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
किसानों ने बताया कि नहर से किसानों को लाभ कम और घाटा अधिक देखने को मिल रहा है। नहर शुभारंभ से पिछले वर्ष रिसाव और अब नहर टूटने की शिकायतें अधिक आ रही है। तीन महीने से नहर टूटी पड़ी, लेकिन सुधार कार्य नहीं किया जा रहा है। इससे किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
इन तालाबों को भरने की बनाई गई थी योजना
हरपुरा नहर परियोजना से बुंदेलखंड के चंदेलकालीन तालाबों में हनुमानसागर तालाब, जगतनगर एक तालाब, जगतनगर दो तालाब, टीलादंात तालाब, मोहनगढ़ सोदा तालाब, मोहनगढ़ तालाब, कुम्हैड़ी तालाब, बृषभानपुरा तालाब, अचर्रा तालाब, लक्ष्मीबाई तालाब, बाबाखेरा तालाब,दरगांय खुर्द और दरगांय कलां को जोडऩे की रूपरेखा थी। लेकिन हनुमान सागर, दरगांय खुर्द और दरगांय कलां का तालाब भरने से छूट गया है।
हरपुरा नहर परियोजना से बुंदेलखंड के चंदेलकालीन तालाबों में हनुमानसागर तालाब, जगतनगर एक तालाब, जगतनगर दो तालाब, टीलादंात तालाब, मोहनगढ़ सोदा तालाब, मोहनगढ़ तालाब, कुम्हैड़ी तालाब, बृषभानपुरा तालाब, अचर्रा तालाब, लक्ष्मीबाई तालाब, बाबाखेरा तालाब,दरगांय खुर्द और दरगांय कलां को जोडऩे की रूपरेखा थी। लेकिन हनुमान सागर, दरगांय खुर्द और दरगांय कलां का तालाब भरने से छूट गया है।
अलगे सप्ताह से सिंचाई कार्य का होगा शुभारंभ, लेकिन टूटी पड़ी नहर
बौरी के गोर्वधन यादव, बालकिशन यादव, रघुवीर यादव, स्वामी प्रसाद, रामसिंह, प्रकाश, भुमानी दास यादव ने बताया कि बारिश के समय बौरी मंदिर के सामने हरपुरा नहर जुलाई में टूट गई थी। वहीं मोहनगढ़ क्षेत्र के राजपाल सिंह, मोहन यादव, जितेंद्र साहू, हरिराम केवट, चतुर्भुज साहू, नंदराम यादव, आशीष और छोटू ने बताया कि दरगांय खुर्द के आगे हरपुरा नहर दो स्थानों से टूट चुकी है। मरम्मत कार्य के लिए तहसीलदार और संबंधित विभाग के अधिकारियों को शिकायत दे चुके है, सुधार के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है। जल संसाधन विभाग के अधिकारी ने फोन नंबर देख बंद कर लिया।
बौरी के गोर्वधन यादव, बालकिशन यादव, रघुवीर यादव, स्वामी प्रसाद, रामसिंह, प्रकाश, भुमानी दास यादव ने बताया कि बारिश के समय बौरी मंदिर के सामने हरपुरा नहर जुलाई में टूट गई थी। वहीं मोहनगढ़ क्षेत्र के राजपाल सिंह, मोहन यादव, जितेंद्र साहू, हरिराम केवट, चतुर्भुज साहू, नंदराम यादव, आशीष और छोटू ने बताया कि दरगांय खुर्द के आगे हरपुरा नहर दो स्थानों से टूट चुकी है। मरम्मत कार्य के लिए तहसीलदार और संबंधित विभाग के अधिकारियों को शिकायत दे चुके है, सुधार के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है। जल संसाधन विभाग के अधिकारी ने फोन नंबर देख बंद कर लिया।
फैक्ट फाइल
२०१२ में तालाब जोड़ो अभियान में हरपुरा नहर परियोजना का हुअ था शुभारंभ
४६ किमी तक निर्माण की गई हरपुरा नहर
११६ करोड की लागत से हुआ हरपुरा नहर परियोजना का निर्माण
११ तालाबों को अभियान से जोडऩे बनाई थी रूप रेखा
२०१२ में तालाब जोड़ो अभियान में हरपुरा नहर परियोजना का हुअ था शुभारंभ
४६ किमी तक निर्माण की गई हरपुरा नहर
११६ करोड की लागत से हुआ हरपुरा नहर परियोजना का निर्माण
११ तालाबों को अभियान से जोडऩे बनाई थी रूप रेखा