टीकमगढ़/कुण्डेश्वरधाम. जिला मुख्यालय से लगे ग्राम मिनौरा में डायरिया बीमारी कंट्रोल होती नहीं दिख रही है। पिछले तीन दिनों में मरीजों की संख्या 140 के पार पहुंच गई है। इसमें से 50 के लगभग लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है तो 10 मरीज खुद का उपचार कराने बाहर चले गए है। गांव में लगातार बढ़ रहे मरीजों के कारण लोग परेशान दहशत में है।
दूषित पानी के चलते ग्राम मिनौरा में चार दिन से फैला डायरिया कंट्रोल होता नहीं दिखाई दे रहा है। गांव में लगातार उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। टंकी के दूषित पानी के लिए डाली गई दवाओं के बाद भी स्थिति कंट्रोल न होने पर प्रशासन ने यहां पर दो दिनों से टैंकरों से पेयजल की आपूर्ति शुरू कर दी है, लेकिन इसके बाद भी बीमारी कम होने का नाम नहीं ले रही है। गांव में पंचायत द्वारा चार टैंकरों से पानी सप्लाई शुरू कर दिया गया है, लेकिन लोग इसके पानी का स्वाद भी ठीक न होने की बात कह रहे है।
लगातार की जा रही निगरानी
सीएमएचओ डॉ. शोभाराम रोशन का कहना है कि लगातार मरीज मिलने के बाद गांव में स्वास्थ्य टीम को स्थाई रूप से रखा गया है। सामान्य लोगों का गांव में ही चैकअप कर उपचार किया जा रहा है, जबकि गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। उनका कहना है कि दूषित पानी के उपचार के लिए भी काम किया जा रहा है। जल्द ही बीमारी को कंट्रोल कर लिया जाएगा।
अन्य गांवों में भी ऐसी ही स्थिति
विदित हो कि बारिश के बाद यह परेशानी बड़ सकती है। जिले के दूसरे गांव में भी यही हाल है। मिनौरा में पाइप लाइन के चैंबरों में दूषित पानी जाने के कारण यह परेशानी सामने आई है। अन्य गांवों में बनी नल जल योजनाओं में भी चैंबर की ऐसी ही हालत बताई जा रही है। बारिश के बाद अन्य जगहों पर यह परेशानी पैदा न हो इसके लिए विभाग को अभी से ध्यान देना होगा। गांव में डायरिया फैलने की परेशानी सामने आती है।
लिए पानी के सैंपल
मिनौरा में लगातार मरीज बढऩे के बाद सोमवार को पहुंची पीएचई की टीम ने गांव के पेयजल स्रोतों से पानी के सैंपल लिए। अब इनकी जांच कर डायरिया के बारे में पता किया जाएगा और जो कमियां पाई जाएंगी, उसके अनुसार इन जलस्रोतों में दवाएं डाली जाएंगी।
दूषित पानी के चलते ग्राम मिनौरा में चार दिन से फैला डायरिया कंट्रोल होता नहीं दिखाई दे रहा है। गांव में लगातार उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। टंकी के दूषित पानी के लिए डाली गई दवाओं के बाद भी स्थिति कंट्रोल न होने पर प्रशासन ने यहां पर दो दिनों से टैंकरों से पेयजल की आपूर्ति शुरू कर दी है, लेकिन इसके बाद भी बीमारी कम होने का नाम नहीं ले रही है। गांव में पंचायत द्वारा चार टैंकरों से पानी सप्लाई शुरू कर दिया गया है, लेकिन लोग इसके पानी का स्वाद भी ठीक न होने की बात कह रहे है।
लगातार की जा रही निगरानी
सीएमएचओ डॉ. शोभाराम रोशन का कहना है कि लगातार मरीज मिलने के बाद गांव में स्वास्थ्य टीम को स्थाई रूप से रखा गया है। सामान्य लोगों का गांव में ही चैकअप कर उपचार किया जा रहा है, जबकि गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। उनका कहना है कि दूषित पानी के उपचार के लिए भी काम किया जा रहा है। जल्द ही बीमारी को कंट्रोल कर लिया जाएगा।
अन्य गांवों में भी ऐसी ही स्थिति
विदित हो कि बारिश के बाद यह परेशानी बड़ सकती है। जिले के दूसरे गांव में भी यही हाल है। मिनौरा में पाइप लाइन के चैंबरों में दूषित पानी जाने के कारण यह परेशानी सामने आई है। अन्य गांवों में बनी नल जल योजनाओं में भी चैंबर की ऐसी ही हालत बताई जा रही है। बारिश के बाद अन्य जगहों पर यह परेशानी पैदा न हो इसके लिए विभाग को अभी से ध्यान देना होगा। गांव में डायरिया फैलने की परेशानी सामने आती है।
लिए पानी के सैंपल
मिनौरा में लगातार मरीज बढऩे के बाद सोमवार को पहुंची पीएचई की टीम ने गांव के पेयजल स्रोतों से पानी के सैंपल लिए। अब इनकी जांच कर डायरिया के बारे में पता किया जाएगा और जो कमियां पाई जाएंगी, उसके अनुसार इन जलस्रोतों में दवाएं डाली जाएंगी।