टीकमगढ़. गोचर भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए चलाई जा रही मुहिम के तहत शुक्रवार को समीपस्थ ग्राम गनेशगंज में कार्रवाई की गई। यहां पर तहसीलदार ने प्रशासनिक अमले और पुलिस बल की मदद से गोचर भूमि को अतिक्रमण मुक्त करा दिया। बताया जा रहा है कि यहां पर 125 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण कर खेती की जा रही थी। इस जमीन पर अब गायों को व्यवस्थित करने की बात कही जा रही है।
शुक्रवार को तहसीलदार गोविंद सिंह प्रशासनिक अमले और पुलिस बल के साथ गनेशगंज पहुंचे। यहां पर पहले से चिन्हित की गई गोचर जमीन पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई। तहसीलदार गोविंद सिंह ने बताया कि इसके लिए पहले से ही किसानों को नोटिस जारी कर दिए गए थे, वहीं सुबह से मशीनों की साथ पूरी जमीन को अतिक्रमण मुक्त करा दिया गया है। प्रशासन द्वारा सुबह 10 बजे से यहां पर कार्रवाई शुरू की गई। इस दौरान दो जेसीबी मशीनों की मदद से पूरी जमीन को खाली कराने में लगभग 7 घंटे का समय लगा। यह कार्रवाई शाम 5 बजे तक चलती रही। इसके साथ ही तहसीलदार सिंह ने सभी किसानों को चेतावनी दी है कि वह आगे से गोचर पर अतिक्रमण न करें और इस जमीन पर मवेशियों को चरने दिया जाए।
इसी मार्ग पर सबसे ज्यादा परेशानी
विदित हो कि गणेशगंज ग्राम टीकमगढ़-कुण्डेश्वर मार्ग पर है। कुण्डेश्वर में भगवान शिव का प्रसिद्ध मंदिर है और प्रतिदिन यहां पर सैकड़ों लोग दर्शन करने के लिए जाते है। शहर से लगी इस मार्ग पर सबसे अधिक मवेशी सड़कों पर बैठते है। शाम के समय तो मवेशियों के कारण इस सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में इस कार्रवाई का सभी ने स्वागत किया है। लोगों का कहना है कि यहां की 125 एकड़ जमीन अतिक्रमण मुक्त होने के साथ ही अब सड़कों पर बैठे मवेशियों को इस जगह पर व्यवस्थित कर दिया जाए, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना न हो और गोवंश अपने लिए सुरक्षित जमीन पर पहुंच जाए।
शेड बनाकर लगाए बागड़
विदित हो कि टीकमगढ़ में अब तक चार स्थानों पर प्रशासन इस प्रकार की कार्रवाई कर जमीन को अतिक्रमण मुक्त करा चुका है। इसके बाद अब लोगों ने अतिक्रमणमुक्त कराई जमीन पर गोवंश के लिए टीनशेड लगाने के साथ ही इसकी बागड़ करने की मांग की है, ताकि सड़कों पर घूम रहे गोवंश को इसी जगह पर व्यवस्थित किया जा सके और बागड़ होने से यह बाहर न निकल सके। लोगों का कहना है कि यदि केवल अतिक्रमण हटाने के बाद जमीन को ऐसे ही छोड़ दिया गया तो आगे फिर से यही स्थिति होगी।
शुक्रवार को तहसीलदार गोविंद सिंह प्रशासनिक अमले और पुलिस बल के साथ गनेशगंज पहुंचे। यहां पर पहले से चिन्हित की गई गोचर जमीन पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई। तहसीलदार गोविंद सिंह ने बताया कि इसके लिए पहले से ही किसानों को नोटिस जारी कर दिए गए थे, वहीं सुबह से मशीनों की साथ पूरी जमीन को अतिक्रमण मुक्त करा दिया गया है। प्रशासन द्वारा सुबह 10 बजे से यहां पर कार्रवाई शुरू की गई। इस दौरान दो जेसीबी मशीनों की मदद से पूरी जमीन को खाली कराने में लगभग 7 घंटे का समय लगा। यह कार्रवाई शाम 5 बजे तक चलती रही। इसके साथ ही तहसीलदार सिंह ने सभी किसानों को चेतावनी दी है कि वह आगे से गोचर पर अतिक्रमण न करें और इस जमीन पर मवेशियों को चरने दिया जाए।
इसी मार्ग पर सबसे ज्यादा परेशानी
विदित हो कि गणेशगंज ग्राम टीकमगढ़-कुण्डेश्वर मार्ग पर है। कुण्डेश्वर में भगवान शिव का प्रसिद्ध मंदिर है और प्रतिदिन यहां पर सैकड़ों लोग दर्शन करने के लिए जाते है। शहर से लगी इस मार्ग पर सबसे अधिक मवेशी सड़कों पर बैठते है। शाम के समय तो मवेशियों के कारण इस सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में इस कार्रवाई का सभी ने स्वागत किया है। लोगों का कहना है कि यहां की 125 एकड़ जमीन अतिक्रमण मुक्त होने के साथ ही अब सड़कों पर बैठे मवेशियों को इस जगह पर व्यवस्थित कर दिया जाए, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना न हो और गोवंश अपने लिए सुरक्षित जमीन पर पहुंच जाए।
शेड बनाकर लगाए बागड़
विदित हो कि टीकमगढ़ में अब तक चार स्थानों पर प्रशासन इस प्रकार की कार्रवाई कर जमीन को अतिक्रमण मुक्त करा चुका है। इसके बाद अब लोगों ने अतिक्रमणमुक्त कराई जमीन पर गोवंश के लिए टीनशेड लगाने के साथ ही इसकी बागड़ करने की मांग की है, ताकि सड़कों पर घूम रहे गोवंश को इसी जगह पर व्यवस्थित किया जा सके और बागड़ होने से यह बाहर न निकल सके। लोगों का कहना है कि यदि केवल अतिक्रमण हटाने के बाद जमीन को ऐसे ही छोड़ दिया गया तो आगे फिर से यही स्थिति होगी।