टीकमगढ़.
किसानों को रबी सीजन के खाद बीज की उम्मीद मूंगफली की फसल से है। किसानों ने मजदूरों और परिवारों के साथ मूंगफली की फसल को निकलना शुरू कर दिया है। फसले खेतों में फैली हुई है, लेकिन आसमान में काले बादल छाए रहने से चिंता बढ़ गई है। हालांकि एक दिन और मौसम खराब रहेगा, उसके बाद साफ हो जाएगा।
मौसम वैज्ञानिक डॉ दीपक कोरडे ने बताया कि आसमान में भले ही काले बादल छाए हुए हो, लेकिन जिले में बारिश की उम्मीद कम है। एक दिन तक मौसम खराब रहेगा, दूसरे दिन साफ हो जाएगा। मंूंगफली की फसल सुरक्षित रहेगी। हालांकि किसान खेतों में दिन और रात बिता रहा है। उन्होंने बताया कि अब बारिश नहीं होगी। जहां होनी थी वहां पर हो रही है। इस समय अधिकतम तापमान ३३ डिग्री और न्यूनतम २४ डिग्री तापमान रहेगा।
किसानों को रबी सीजन के खाद बीज की उम्मीद मूंगफली की फसल से है। किसानों ने मजदूरों और परिवारों के साथ मूंगफली की फसल को निकलना शुरू कर दिया है। फसले खेतों में फैली हुई है, लेकिन आसमान में काले बादल छाए रहने से चिंता बढ़ गई है। हालांकि एक दिन और मौसम खराब रहेगा, उसके बाद साफ हो जाएगा।
मौसम वैज्ञानिक डॉ दीपक कोरडे ने बताया कि आसमान में भले ही काले बादल छाए हुए हो, लेकिन जिले में बारिश की उम्मीद कम है। एक दिन तक मौसम खराब रहेगा, दूसरे दिन साफ हो जाएगा। मंूंगफली की फसल सुरक्षित रहेगी। हालांकि किसान खेतों में दिन और रात बिता रहा है। उन्होंने बताया कि अब बारिश नहीं होगी। जहां होनी थी वहां पर हो रही है। इस समय अधिकतम तापमान ३३ डिग्री और न्यूनतम २४ डिग्री तापमान रहेगा।
खेतों में फैली खरीफ फसल
किसानों ने बताया कि अतिवृष्टि से उड़द, मूंग, तिल की फसल खराब हो गई है। एक ही फसल सुरक्षित बची है, जिसके लिए मजदूर खोजने से भी नहीं मिल रहे है। खेतों में फैली फसल को सूखा रहे है। एकत्र करने से नुकसान होने की संभवना के डर से रूके है। लेकिन दो दिनों से आसमान में काले बादल छाए है और कई जगह बूंदाबांदी हो चुकी है। जिसके कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है।
किसानों ने बताया कि अतिवृष्टि से उड़द, मूंग, तिल की फसल खराब हो गई है। एक ही फसल सुरक्षित बची है, जिसके लिए मजदूर खोजने से भी नहीं मिल रहे है। खेतों में फैली फसल को सूखा रहे है। एकत्र करने से नुकसान होने की संभवना के डर से रूके है। लेकिन दो दिनों से आसमान में काले बादल छाए है और कई जगह बूंदाबांदी हो चुकी है। जिसके कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है।
खेतों में खड़ी और फैली, दोनों को नुकसान
किसानों का कहना था कि मूंगफली की फसल पक चुकी है। बारिश से खेत गीले हो जाएंगे। इससे मूंगफली का दाना गीला हो जाएगा। जिसमें अंकुर निकल आएगा। इसके साथ ही खेतों में कटी फैली फसल को नुकसान होगा। जिसकी सुरक्षा किसानों द्वारा की जा रही है।
किसानों का कहना था कि मूंगफली की फसल पक चुकी है। बारिश से खेत गीले हो जाएंगे। इससे मूंगफली का दाना गीला हो जाएगा। जिसमें अंकुर निकल आएगा। इसके साथ ही खेतों में कटी फैली फसल को नुकसान होगा। जिसकी सुरक्षा किसानों द्वारा की जा रही है।