टीकमगढ़. ढोंगा के ऐतिहासिक ग्राउंड पर हॉकी खिलाडिय़ों के लिए एस्ट्रोटर्फ ग्राउंड का निर्माण किया जा रहा है। यहां पर टर्फ बिछाने का काम पूरा हो चुका है। यह काम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप किया गया है या नहीं इसकी जांच के लिए मंगलवार को हॉकी इंडिया फेडरेशन के टेक्निकल इंचार्ज एवं निर्माण एजेंसी के इंजीनियरों ने यहां पहुंचकर पूरे ग्राउंड का मुआयना किया।
हॉकी की नर्सरी कहे जाने वाले जिले में खिलाडिय़ों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मुहैया कराने के लिए एस्ट्रोटर्फ ग्राउंड का निर्माण किया जा रहा है। खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा पुलिस विभाग के माध्यम से ढोंगा के ग्राउंड पर 8.45 करोड़ की लागत से एस्ट्रोटर्फ ग्राउंड एवं स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है।
यहां पर ठेकेदार ने टर्फ बिछाने का काम पूरा कर लिया है। इसके साथ ही इस ग्राउंड पर पानी डालने की व्यवस्था करने के लिए स्प्रिंक्लर भी लगाए जा चुके हैं। टर्फ का 90 प्रतिशत काम पूरा होने के बाद इसकी गुणवत्ता की जांच करने के लिए मंगलवार को हॉकी इंडिया फेडरेशन के इंचार्ज आयुष कुमार एवं अंकुर कुमार ने निर्माण कंपनी के इंजीनियर आनंद ङ्क्षसह विष्ट के साथ जिले में पहुंचे।
इन अधिकारियों ने यहां पर एएसपी सीताराम के साथ ढोंगा मैदान पहुंचकर इस ग्राउंड का जायजा लिया और निर्माण कार्य की गुणवत्ता देखी। यहां पर बिछाई गई एस्ट्रोटर्फ को अधिकारियों ने हर सिरे से देखा और यहां पर लगाए गए पंप आदि की भी जानकारी ली।
इसके बाद यहां पर पानी की व्यवस्था कर स्प्रिंग कलर चलाकर पूरे ग्राउंड पर पानी की बौछार कराकर देखा। साथ ही यहां पर चल रहे दूसरे निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया। वहीं अधिकारियों ने ठेकेदार कंपनी के इंजीनियर को आवश्यक निर्देश दिए।
दिल्ली से जारी होगा सर्टिफिकेट निरीक्षण करने आए इंचार्ज आयुष कुमार का कहना था कि यहां पर किए गए काम की उनके द्वारा पूरी वीडियो रिकार्डिंग करने के साथ ही प्रतिवेदन बनाया गया है। यह प्रतिवेदन और रिकार्डिंग अब हॉकी इंडिया फेडरेशन को दी जाएगी। इसके बाद वह काम की गुणवत्ता के अनुरूप यहां के ग्राउंड को सर्टिफिकेट देंगे। इसके बाद ही इस पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट आदि का आयोजन किया जाएगा। वहीं निर्माण एजेंसी ने बताया कि वह मार्च तक स्टेडियम का काम भी पूरा कर देगी। इसी समय तक प्रमाण-पत्र मिलने से जिले को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिलने लगेंगी।
साई सेंटर के बाद से चल रही थी मांग विदित हो कि जिले में वर्ष 2000 में साई सेंटर शुरू होने के बाद से एस्ट्रोटर्फ ग्राउंड की सुविधा की मांग की जा रही थी। इसके लिए पूर्व में साई सेंटर के ग्राउंड पर टर्फ बिछाने के लिए मांग की गई और प्रयास भी किए गए, लेकिन सफलता नहीं मिली। वहीं दो साल पूर्व खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा इसकी स्वीकृति प्रदान की गई थी। विदित हो कि जिले में सालों से राष्ट्रीय स्तर का वीर ङ्क्षसह जू देव हॉकी टूर्नामेंट खेला जा रहा है। इस बार उम्मीद है कि इसी मैदान पर इस टूर्नामेंट का आयोजन किया जाएगा।