टीकमगढ़. खाद की किल्लत से अब किसानों के साथ ही ड्यूटी पर तैनात पुलिस जवानों की सहनशीलता जवाब देती दिखाई दे रही है। बुधवार की शाम 4 बजे के लगभग लाइन में लगी एक किशोरी से महिला कॉन्स्टेबल ने मारपीट कर दी। इसके बाद मंडी में तनाव फैल गया और किसान माफी मांगने की बात को लेकर अड़ गए। लगभग एक घंटे तक यहां पर विवाद होता रहा और बाद में अधिकारियों ने पीडि़ता का आवेदन लेकर दोनों पक्षों को समझाइश देकर मामला शांत कराया। पीडि़ता खुद को पूर्व सीएम उमा भारती के गांव डूंडा की रहने वाली और भतीजी बता रही है।
खाद को लेकर किसान खासे परेशान हैं। ऐसे में मंडी में आए दिन जाम और विवाद की स्थिति बन रही है। बुधवार को उस समय मंडी में विवाद हो गया, जबकि खाद की लाइन में लगी डूंडा ग्राम निवासी नेहा लोधी के साथ महिला कॉन्स्टेबल चंद्रमुखी ने मारपीट कर दी। इसके बाद नेहा के परिजनों के साथ ही अन्य किसानों ने इसका जमकर विरोध किया और महिला कॉन्स्टेबल से माफी मांगने की बात कहते हुए यह लोग कंट्रोल रूम जा पहुंचे। वहीं महिला कॉन्स्टेबल चंद्रमुखी ने भी खुद को कंट्रोल रूम के अंदर जाकर सुरक्षित किया। यहां पर पहुंचे किसानों ने कंट्रोल रूम का घेराव कर दिया।
महिला आरक्षक द्वारा माफी न मांगे जाने के बाद नेहा लोधी के साथ ही उसकी बहनों एवं अन्य महिलाओं ने लिखित में शिकायत अधिकारियों को दी है। उन्होंने महिला आरक्षक पर कार्रवाई करने की मांग की है। पीडि़ता ने बताया कि आरक्षक ने बिना कारण के उससे मारपीट की है।
ट््यूशन छोड़कर लगी लाइन में वहीं नेहा की बहन कृष्णा राजपूत ने बताया कि वह सभी बहनें और उनके भाई खाद के लिए तीन दिन से लाइन में है। आज शाम को नंबर आया तो महिला आरक्षक चंद्रमुखी पीछे लगने के लिए कहने लगीं। पीछे जाने से मना करने पर उन्होंने बिना किसी कारण के मारपीट कर दी। उनका कहना था कि हम लोग घर का काम और अपनी ट््यूशन छोड़कर खाद की व्यवस्था करने में जुटे हुए हैं और यहां पर हम से बिना किसी कारण के मारपीट की जा रही है। उन्होंने सभी के सामने मारपीट की है और वह सब के सामने माफी मांगे।
चैनल के अंदर रहे अधिकारी किसानों की भीड़ और उनकी नाराजगी देखते हुए एडीएम पीएस चौहान और एसडीएम संजय दुबे भी चैनल के अंदर रहे और वहीं से पीडि़ता नेहा लोधी से बात करते रहे। वहीं सूचना मिलते ही आरआई विशाल मालवीय एवं कोतवाली थाना प्रभारी पंकज शर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद भीड़ को यहां से हटाया गया और नेहा और उसके परिजनों को समझाइश दी गई। यह लोग महिला आरक्षक से माफी मांगने की बात कह रहे थे, लेकिन महिला आरक्षक ने माफी नहीं मांगी।
इनका कहना है &तनाव में इस प्रकार की घटनाएं हो जाती हैं। मारपीट जैसी बात नहीं है धक्का-मुक्की हुई है। दोनों पक्षों को समझाइश देकर मामला शांत करा दिया गया है। खाद की पर्याप्त व्यवस्था करने पूरा प्रयास किया जा रहा है। – संजय दुबे, एसडीएम, टीकमगढ़।
कंट्रोल रूम का किया घेराव किसानों ने इस घटना का विरोध किया और महिला कॉन्स्टेबल से माफी मांगने की बात कहते हुए यह लोग कंट्रोल रूम जा पहुंचे। किसानों ने कंट्रोल रूम का घेराव कर दिया और अधिकारियों की समझाईश के बाद किसान माने।