यह है गांव में पेयजल व्यवस्था
यह खिरक मुख्य मार्ग से ४ किमी अंदर है। इस खिरक में पेयजल के लिए एक हैंडपंप है। जो देरी तक चलता है, जो जंग निकाल देता है। वस्ती में चार कुंए है। जो सूखे पड़े है। कुएं में पानी था, पेयजल सप्लाई के लिए बिजली की हल्की मशीन पड़ी थी। उसे भी सरपंच निकाल ले गया। हालांकि पाइप लाइन को बिछाया गया है। लेकिन महीनों से अधूरी पड़ी हुई है।
तीन किमी दूर से लाते है पानी
भगवान दास आदिवासी, करिया आदिवासी, किशोरी आदिवासी ने बताया कि खिरक से ३ किमी दूर निजी कुआं है। उस कुआं से ग्रामीण पानी लेने जाते है। उनका कहना था कि कुछ ही दिनों इस गांव में पानी चलेगा। उसके बाद खत्म हो जाएगा। यह स्थिति आज से नहीं हुई है। इस स्थिति को चलते चार माह होने जा रहे है। शिकायतें भी सरपंच, जनपद पंचायत पृथ्वीपुर, तहसील के साथ अन्य अधिकारियों को सूचना दे चुके है। लेकिन उनके द्वारा मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
इनका कहना
यह गंभीर समस्या है। क्षेत्रीय अधिकारियों को अभी सूचना देता हूं। मजदूरों को रोजगार ग्राम पंचायत में रोजगार दिया जाएगा। पेयजल के लिए हैंडपंपों को लगाया जाएगा। गांव में जाकर समस्याओं की भी जानकारी ली जाएगी। लपरवाहों पर कार्रवाई की जाएगी।
ेंआशीष भार्गव कलेेक्टर निवाड़ी।