टीकमगढ़. गांव के मजदूरों को गांव में काम देने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार की अनेक योजनाएं संचालित है। जिसमें प्रत्येक जॉव कार्ड धारियों को १०० दिन मजदूरी देने का लक्ष्य दिया गया है। उसके बावजूद जिम्मेदार मजदूरों को एक अप्रेल से ३१ दिसंबर २०२४ तक ७५ फीसदी काम नहीं दे पाए है। यह खुलासा जिला पंचायत के आंकड़े कर रहे है। वहीं बल्देवगढ़ जनपद पंचायत के वैसा खास सेक्टर की देवीनगर में १० फीसदी और सुजानपुरा ग्राम पंचायत में ५ फीसदी ही मजदूरों को दिया है। जिससे हजारों की संख्या में जिले के मजदूर पलायन कर रहे है।
जिला पंचायत की ३२४ ग्राम पंचायतों में १२ हजार ८३२ अनेक योजनाओं के निर्माण कार्य चल रहे है। उन कार्यों को कराने के लिए १ लाख २७ हजार १३५ एक्टिव जॉब कार्ड दर्ज है। उन कार्डो में २ लाख १९ हजार ७६७ मजदूर काम करने के लिए तैयार है। लेकिन हजारों निर्माण कार्यों में सिर्फ ८ हजार १९० मजदूरों को ही काम दिया है। बाकी मजदूरों को क ाम नहीं मिलने से दूसरे शहरों में पलायन करना पड़ रहा है। जबकि शासन ने ग्राम पंचायत के अधिक से अधिक मजदूरों को काम देने के निर्देश दिए है। साप्ताहिक और माशिक बैठक में मजदूरों को काम देने के निर्देश दिए जा रहे है, लेकिन जमीनी स्तर पर मजदूरों की जगह मशीनों से निर्माण कार्य कराए जा रहे है।
जिला पंचायत की ३२४ ग्राम पंचायतों में १२ हजार ८३२ अनेक योजनाओं के निर्माण कार्य चल रहे है। उन कार्यों को कराने के लिए १ लाख २७ हजार १३५ एक्टिव जॉब कार्ड दर्ज है। उन कार्डो में २ लाख १९ हजार ७६७ मजदूर काम करने के लिए तैयार है। लेकिन हजारों निर्माण कार्यों में सिर्फ ८ हजार १९० मजदूरों को ही काम दिया है। बाकी मजदूरों को क ाम नहीं मिलने से दूसरे शहरों में पलायन करना पड़ रहा है। जबकि शासन ने ग्राम पंचायत के अधिक से अधिक मजदूरों को काम देने के निर्देश दिए है। साप्ताहिक और माशिक बैठक में मजदूरों को काम देने के निर्देश दिए जा रहे है, लेकिन जमीनी स्तर पर मजदूरों की जगह मशीनों से निर्माण कार्य कराए जा रहे है।
नौं महीने में ७५ प्रतिशत नहीं दे पाए मजदूरों को काम
जिला पंचायत की रिपोर्ट में बताया गया कि जिले की ३२४ ग्राम पंचायतों में १ अप्रेल से ३१ मार्च तक २५ लाख ७८ हजार १४० मजदूरों को काम देने का लक्ष्य दिया गया है। अप्रेल से जून तक २५ प्रतिशत, जुलाई से सिंतबर तक २५ प्रतिशत और अक्टूबर से ३१ दिसंबर तक २५ प्रतिशत काम दिया जाना था। कुल मिलाकर ३१ दिसंबर २०२४ तक ७५ प्रतिशत काम दिया जाना था, लेकिन पलेरा जनपद पंचायत छोड़ किसी भी जनपद पंचायत ने लक्ष्य पूरा नहीं कर पाया है।
जिला पंचायत की रिपोर्ट में बताया गया कि जिले की ३२४ ग्राम पंचायतों में १ अप्रेल से ३१ मार्च तक २५ लाख ७८ हजार १४० मजदूरों को काम देने का लक्ष्य दिया गया है। अप्रेल से जून तक २५ प्रतिशत, जुलाई से सिंतबर तक २५ प्रतिशत और अक्टूबर से ३१ दिसंबर तक २५ प्रतिशत काम दिया जाना था। कुल मिलाकर ३१ दिसंबर २०२४ तक ७५ प्रतिशत काम दिया जाना था, लेकिन पलेरा जनपद पंचायत छोड़ किसी भी जनपद पंचायत ने लक्ष्य पूरा नहीं कर पाया है।
मजदूरों से अधिक खुले निर्माण कार्य
जिले की ग्राम पंचायतों में १२ हजार ८३२ निर्माण कार्य चालू है। उन निर्माण कार्य के लिए ८ हजार १९० मजदूर काम कर रहे है। आंकड़ों को देखा जाए मजदूरों से कई गुना निर्माण कार्य चल रहे है। जबकि जिले में २ लाख १८ हजार ७६७ मजदूर एक्टिव है। उनसे काम कराने का प्रयास नहीं किया जा रहा है। ग्रामीण हरीराम अहिरवार और मुकेश कुशवाहा ने बताया कि ग्राम पंचायतों में काम लेना मुश्किल का कार्य है।
जिले की ग्राम पंचायतों में १२ हजार ८३२ निर्माण कार्य चालू है। उन निर्माण कार्य के लिए ८ हजार १९० मजदूर काम कर रहे है। आंकड़ों को देखा जाए मजदूरों से कई गुना निर्माण कार्य चल रहे है। जबकि जिले में २ लाख १८ हजार ७६७ मजदूर एक्टिव है। उनसे काम कराने का प्रयास नहीं किया जा रहा है। ग्रामीण हरीराम अहिरवार और मुकेश कुशवाहा ने बताया कि ग्राम पंचायतों में काम लेना मुश्किल का कार्य है।
वैसा सेक्टर की यह है स्थिति
बल्देवगढ़ जनपद पंचायत का वैसा सेक्टर लक्ष्य से पीछे है। इस सेक्टर में पांच ग्राम पंचायतें दर्ज है। जिसमें सुजानपुरा में ५ फीसदी, देवीनगर में १० फीसदी, जिनागढ़ में १३ फीसदी और जटेरा में १८ फीसदी उपयंत्री काम करा पाए है। उपयंत्री की लापरवाही से गांव के लोगों को काम नहीं मिल पा रहा है।
बल्देवगढ़ जनपद पंचायत का वैसा सेक्टर लक्ष्य से पीछे है। इस सेक्टर में पांच ग्राम पंचायतें दर्ज है। जिसमें सुजानपुरा में ५ फीसदी, देवीनगर में १० फीसदी, जिनागढ़ में १३ फीसदी और जटेरा में १८ फीसदी उपयंत्री काम करा पाए है। उपयंत्री की लापरवाही से गांव के लोगों को काम नहीं मिल पा रहा है।
मामले में जिला पंचायत सीइओ नवीन धु्रवे को फोन लगाया गया, लेकिन उनके फोन से आवाज नहीं आ रही है। फैक्ट फाइल
जनपद पंचायत लक्ष्य प्रतिशत, एक्टिव जॉब कार्ड, चालू निर्माण कार्य, दर्ज मजदूर , काम करने वाले मजदूर
टीकमगढ़- ४७५४७० ६३ २६०५० २८०६७ ४३२३८ १३२३
बल्देवगढ़- ६१९१५५ ४१ २८९९० ३२६७ ५३०४ २२९९
जतारा – ९०८२८० ७१ ४३३४७ ३७०६४ ७२२६९ २४०७
पलेरा – ५७५२३५ ७५ २८७५५ २९०६४ ५०२११ २१६१
जनपद पंचायत लक्ष्य प्रतिशत, एक्टिव जॉब कार्ड, चालू निर्माण कार्य, दर्ज मजदूर , काम करने वाले मजदूर
टीकमगढ़- ४७५४७० ६३ २६०५० २८०६७ ४३२३८ १३२३
बल्देवगढ़- ६१९१५५ ४१ २८९९० ३२६७ ५३०४ २२९९
जतारा – ९०८२८० ७१ ४३३४७ ३७०६४ ७२२६९ २४०७
पलेरा – ५७५२३५ ७५ २८७५५ २९०६४ ५०२११ २१६१
इनका कहना
पंजीकृत जॉब कार्डधारियों के लिए जल्द ही ग्राम पंचायतों में काम दिया जाएगा। वह काम क्यों नहीं कर रहे और पलायन क्यों कर रहे है। इसकी जानकारी ली जाएगी। जिले के मजदूरों का पलायन रोकने का प्रयास किया जाएगा।
आरके पस्तोर, अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ टीकमगढ़।
पंजीकृत जॉब कार्डधारियों के लिए जल्द ही ग्राम पंचायतों में काम दिया जाएगा। वह काम क्यों नहीं कर रहे और पलायन क्यों कर रहे है। इसकी जानकारी ली जाएगी। जिले के मजदूरों का पलायन रोकने का प्रयास किया जाएगा।
आरके पस्तोर, अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ टीकमगढ़।