दो साल से चल रहा था ट्रायल
पिछले दो साल से आइटीएफ इस नियम को कई पुरुष और महिला टूर्नामेंट के दौरान ट्रायल के तौर पर आजमा रहा था, जिसके सकारात्मक परिणाम मिले। इसके बाद, विशेज्ञषों और पूर्व खिलाडिय़ों की सलाह के बाद इस नियम को पूरी तरह लागू करने का फैसला किया गया।खेल और अधिक मनोरंजक बनेगा : आईटीएफ
इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन ने कहा कि इस नियम से खेल अधिक मनोरंजक बनेगा। आइटीएफ ने कहा, हम इस खेल से जुड़े सभी अहम लोग, जिसमें कोच, खिलाड़ी और चेयर अंपायर शामिल हैं, उनसे बात करने के बाद यह फैसला लिया है। खिलाडिय़ों का मानना है कि यह एक सकारात्मक कदम हैं और इससे खेल अधिक रोमांचक बनेगा।इस तरह मिलेगा नए नियम से फायदा
1) मैच के दौरान कोच किसी भी समय खिलाड़ी को बोलकर या इशारे से सलाह दे सकेगा, लेकिन किसी अंक के दौरान कोच ऐसा नहीं कर सकेगा।2) ब्रेक के दौरान कोच सिर्फ कुछ सेकेंड के लिए ही खिलाड़ी से बात कर सकेगा।
3) टीम स्पर्धा के दौरान, यदि टीम का कप्तान कोर्ट पर मौजूद है तो वह खिलाड़ी को सलाह दे सकेगा।
4) कोचिंग के दौरान खिलाड़ी एनालिसिस तकनीक का भी इस्तेमाल कर सकेंगे।