भगवान को कोई माने या न माने लेकिन वे अपनी शक्ति और मौजूदगी का एहसास करा ही देते हैं। एक ऐसा ही चमत्कारी मंदिर झारखंड ( Jharkhand ) में मौजूद है, जो दैवीय शक्ति का अनोखा चमत्कार है। वैसे तो दुनिया में भगवान शिव के बहुत सारे चमत्कारी मंदिर ( Shiva temple ) मौजूद हैं। इन मंदिरों की मान्यता या रहस्य के बारे में सुनकर विश्वास करना मुश्किल हो जाता है। यही वजह है कि ऐसे चमत्कारी और रहस्यमयी मंदिर हमेशा से ही भक्तों की आस्था का केंद्र रहे हैं।
आज हम आपको शिवजी की एक ऐसे ही चमत्कारी मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां मां गंगा ( Maa Ganga ) खुद ही हमेशा शिवजी ( lord shiva ) का जलाभिषेक करती हैं। इस मंदिर का नाम है टूटी झरना मंदिर ( tuti jharna mandir )। यह मंदिर, रामगढ़ कैनटोमेंट ( Ramgarh ) इलाके से लगभग 7 किमी की दूरी पर स्थित है।
ये भी पढ़ें- इस महा उपाय से काल भैरव होंगे प्रसन्न, हर मुराद होगी पूरी मंदिर को लेकर मान्यता है कि कई सालों पहले जब देश पर अंग्रेजी हुकूमत का राज्य था, तब अंग्रेजों को खुदाई करते समय उन्हें यह शिवलिंग मिला और शिवलिंग के ठीक ऊपर देवी गंगा की सफेद रंग की प्रतिमा मिली। प्रतिमा के नाभी से आपरूपी जल निकलता रहता है जो उनके दोनों हाथों की हथेली से गुजरते हुए शिवलिंग पर गिरता है। तब से लेकर आजतक देवी गंगा और भगवान शिव की वह मूर्तियां वहीं विराजमान है और मां गंगा लगातार भगवान का जलाभिषेक कर रही हैं। मंदिर के अंदर गंगा की प्रतिमा से स्वंय पानी निकलना आज तक अपने आप में एक चमत्कार है।
ये भी पढ़ें- अमरनाथ, केदानाथ और कैलाश मानसरोवर से भी दुर्गम है श्रीखंड महादेव की यात्रा यहां आनेवाले श्रद्धालुओं का मानना हैं कि टूटी झरना मंदिर में जो कोई भक्त भगवान के इस अदभुत रूप के दर्शन कर लेता है, उसकी हर मुराद पूरी हो जाती है। यहां आनेवाले भक्त शिवलिंग पर गिरने वाले जल को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं और अपने घर ले जाते हैं। माना जाता है कि इसे ग्रहण करने से मन शांत रहता है और दुखों से लड़ने की ताकत मिलती है।