अंबिकापुर. मंदिर से दान पेटी चोरी कर भाग रहे एक शातिर चोर को उसकी करतूत की काफी भारी कीमत चुकानी पड़ी। मंदिर की बाउंड्रीवाल से कूदने के दौरान वह अनियंत्रित होकर जमीन पर गिर पड़ा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सुबह जब मोहल्ले के लोगों ने उसकी लाश वहां देखी तो पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने फॉरेंसिक एक्सपर्ट के साथ मौके पर पहुंचकर जांच की तो मामला चोरी कर भागने का निकला। चोर की मौत के बाद नगर के तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है।
भगवान के प्रकोप से एक शातिर चोर बचकर नहीं निकल पाया। मामला नगर के तिवारी बिल्डिंग रोड निवासी जगन्नाथ मंदिर से दानपेटी चोरी का है। अंबिकापुर के जोड़ा पीपल निवासी संतोष यादव पिता सत्तार यादव 34 वर्ष नगर में हुई कई चोरियों में संलिप्त रहा है। गुरुवार की सुबह 4 बजे वह जगन्नाथ मंदिर की खिड़की तोड़ भीतर घुसा।
उसने मंदिर में रखी दानपेटी वहां से चोरी कर ली। इसके बाद वह मंदिर परिसर में लगे पेड़ के सहारे बाउंड्रीवाल पर चढ़ा। उसने रस्सी के सहारे दानपेटी को अपने तक खींचा और दानपेटी दूसरी ओर फेंक दिया। फिर वह भी नीचे कूद गया। बाउंड्रीवाल से कूदने के दौरान वह अनियंत्रित होकर नीचे गिर पड़ा।
गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मंदिर के अहाते से लगा महिला स्व-सहायता समूह का सेनेटरी शेड है। वहीं चोर की लाश पड़ी थी। सुबह मंदिर के सामने रहने वाले विक्की सिंह ने एक युवक को वहां पड़ा देखा और इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी। पुलिस ने फॉरेंसिक एक्सपर्ट के साथ यहां पहुंचकर जांच की।
पुलिस ने देखा कि मंदिर की दानपेटी दूसरी ओर पड़ा है। पुलिस को यह समझते देर नहीं लगी कि मामला चोरी का है। युवक की शिनाख्ती भी तत्काल हो गई। मृतक के ऊपर थाने में चोरी सहित कई अन्य मामले दर्ज हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
तरह-तरह की चर्चाएं इधर दानपेटी लेकर भाग रहे चोर की मौत को लेकर नगर में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार भी गर्म है। अधिकांश लोग इस मामले को भगवान का प्रकोप बता रहे हैं। वहीं कई लोग इसे एक घटना मान रहे हैं।