सूदखोर के डर से परिवार के साथ नागपुर में छिपा था व्यवसायी
अंबिकापुर के बिही बाड़ी से 2 मार्च को वैष्णो देवी जाने के नाम पर निकला
था पत्नी व पुत्र के साथ, घर पर छोड़ा था सुसाइड नोट, सूदखोर की प्रताडऩा
से परेशान था परिवार
Businessman family with police
अंबिकापुर. सूदखोर की प्रताडऩा से तंग आकर अंबिकापुर के बिहीबाड़ी निवासी व्यवसायी अपनी पत्नी व पुत्र के साथ वैष्णो देवी धाम जाने 2 मार्च को निकला था। उसके पुत्र के नाम से कोतवाली पुलिस को 6 मार्च को एक रजिस्टर्ड डाक से एक पत्र मिला था। 7 मार्च को उसके घर की तलाशी में पुलिस को सुसाइड नोट व सीडी मिली थी।
इसमें शहर के ही एक सूदखोर पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया गया था। सुसाइड नोट में परिवार सहित आत्महत्या करने की बात लिखी गई थी। पुलिस व्यवसायी परिवार की तलाश में जुटी थी। इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने परिवार को नागपुर स्थित एक धर्मशाला से बरामद किया।
गौरतलब है कि नगर के बिहीबाड़ी निवासी सुशील गुप्ता, उसकी पत्नी रमा गुप्ता व पुत्र प्रांजल उर्फ प्रिंस 2 मार्च को वैष्णो देवी धाम जाने निकले थे। 3 मार्च को बिलासपुर में अध्ययनरत पुत्री से मुलाकात कर सभी निकल गए। अचानक उनका मोबाइल स्वीच ऑफ हो गया। इससे परिजन परेशान हो गए थे।
इसी बीच 6 मार्च को कोतवाली पुलिस को रजिस्टर्ड डाक से एक पत्र मिला। इसमें शहर के ही अजय अग्रवाल द्वारा ब्याज को लेकर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया गया था। वहीं 7 मार्च को पुलिस ने उसका घर खंगाला तो वहां एक सुसाइड नोट व सीडी मिली। इसमें भी वहीं बात लिखी हुई थी। सीडी में सूदखोर द्वारा तंग करने की रिकार्डिंग थी। व्यवसायी परिवार की आत्महत्या की बात से पुलिस भी सकते में आ गई थी।
उन्होंने पीएचक्यू से पूरे देश में व्यवसायी के संबंध में सूचना भी जारी कर दी थी। 13 मार्च को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि व्यवसायी परिवार नागपुर में है। सूचना मिलते ही सीएसपी जितेंद्र शुक्ला के निर्देश पर कोतवाली एएसआई अलंगो दास व आरक्षक हीरा ने सोमवार को वहां पहुंचकर दबिश दी।
इसी दौरान सुशील गुप्ता, रमा गुप्ता व प्रांजल गुप्ता नागपुर से 30 किलोमीटर दूर कोराडी मंदिर स्थित धर्मशाला में मिले। पुलिस ने सभी को वहां से बरामद कर लिया है। पुलिस उन्हें लेकर अंबिकापुर के लिए रवाना हो गई है।
डर से छिपे थे वहां
बताया जा रहा है कि सूदखोर की प्रताडऩा से तंग आकर व्यवसायी परिवार काफी सहमा हुआ था। वे डर से वहां छिपे हुए थे। व्यवसायी वहां कैसे पहुंचा सहित अन्य बातों का खुलासा 15 मार्च को पुलिस करेगी।
सूदखोर पहले ही जा चुका है जेल
व्यवसायी परिवार को प्रताडि़त करने की बात जांच में सही निकलने व सूदखोरी को लेकर शहर के एक अन्य व्यक्ति के सामने आने पर पुलिस ने सूदखोर अजय अग्रवाल को गिरफ्तार कर 2 दिन पूर्व ही जेल भेज दिया है।
Hindi News / Surguja / सूदखोर के डर से परिवार के साथ नागपुर में छिपा था व्यवसायी