योग दिवस के विश्व रिकॉर्ड में योगदान देने आई वेसू क्षेत्र की 67 वर्षीय योग प्रशिक्षक अनुराधा गांधी पिछले 30 वर्षों से योग से जुड़े छात्रों को प्रशिक्षण दे रही हैं। उन्होंने कहा कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग जरूरी है, लेकिन नियमित अभ्यास ज्यादा जरूरी है। योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना ही योग दिवस का सच्चा अर्थ होगा। योग से होने वाले फायदों के बारे में बात करते हुए कहा कि योग की सबसे बड़ी खूबी यह है कि यह आसानी से होने वाला और सुलभ है। योगासन व्यायाम की एक वैज्ञानिक और प्रामाणिक व्यायाम पद्धति है जिसमें खोने के लिए कुछ खास नहीं होता और न ही किसी अतिरिक्त उपकरण की आवश्यकता होती है। जिन आसनों में मांसपेशियों में खिंचाव होता है, वहीं दूसरी ओर तनाव दूर करने वाली क्रिया भी की जाती है। इससे शरीर की थकान दूर होती है और आसनों में बर्बाद हुई ऊर्जा वापस आ जाती है। इससे शरीर और मन को तरोताजा करने के साथ-साथ आध्यात्मिक लाभ भी होते हैं। उन्होंने कहा कि चेहरे की सच्ची सुंदरता और लंबी उम्र के लिए योग सबसे सस्ती और असरदार दवा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल से देश के करोड़ों नागरिकों को योग साधना की प्रेरणा मिली हैं।
58 साल की उम्र में भी स्वस्थ रहने का श्रेय नियमित योग योग प्रेमी बीना देसाई सूरत. योग दिवस समारोह में शामिल होने के लिए शहर के अलग-अलग कोने से योग प्रेमी कार्यक्रम स्थल पहुंचे। इसमें योग प्रेमी बीना देसाई ने 58 साल की उम्र में भी स्वस्थ रहने का श्रेय नियमित योग को दिया। वेसू में नंदनी-3 रो हाउस में रहने वाली और पीपुल्स बैंक में काम करने वाली बीनाबेन कहती हैं, “मैं पिछले 5 सालों से नियमित योग, प्राणायाम और व्यायाम कर रही हूं। आज 58 वर्ष की आयु में भी मेरा शरीर स्वस्थ और रोगमुक्त है, जिसका मूल योग है। मेरी उम्र के कई लोग आज गंभीर बीमारियों से ग्रसित होकर दवा का सेवन करते हुए देखे जा रहे हैं, इसके अलावा कई ऐसे भी हैं जो धूम्रपान की बुरी आदत के कारण अपना शरीर बर्बाद कर रहे हैं।
आलस, घुटनों का दर्द और यूरिक एसिड की समस्या ‘योग’ से ठीक हुई- विनोद सोंथालिया सूरत. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर वाई जंक्शन पर आयोजित ऐतिहासिक योग कार्यक्रम में भाग लेते हुए 63 वर्षीय विनोद सोंथालिया ने कहा कि उम्र के साथ वजन बढऩा भी एक दैनिक चिंता थी। मैं पिछले 18 साल से योग कर रहा हूं। वजन कम हो गया है। मैं दिन भर ताजगी महसूस करता हूं। प्रतिदिन सवा घंटे योग करने से शरीर का आत्मा से मिलन का अनुभव हो रहा है।