वीएनएसजीयू राज्य का पहला विश्वविद्यालय जिसने पीएचडी के लिए ली कोर्सवर्क परीक्षा
सूरत.
वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय राज्य का पहला ऐसा विश्वविद्यालय बन गया है जिसने पीएचडी प्रवेश के लिए कोर्सवर्क की परीक्षा का आयोजन किया। कोर्सवर्क की परीक्षा लेने का वीएनएसजीयू का प्रयोग सफल रहा। 433 में से 421 विद्यार्थी कर्सवर्क परीक्षा पास करने में सफल रहे है। अब इन विद्यार्थियों को पीएचडी में प्रवेश देकर गाईड मुहिया करवाए जाएंगे।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग(यूजीसी) ने पीएचडी प्रवेश को लेकर कई नियमों में बदलाव किए है। सभी विश्वविद्यालयों को नए नियमों के अनुसार पीएचडी प्रवेश देने का निर्देश दिया गया है। जिससे शोध को वेग मिले और साथ में शोध की गुणवत्ता भी बढ़े। पीएचडी में प्रवेश परीक्षा से प्रवेश देना होता है। इसके बाद पास हुए विद्यार्थियों को अपने पीएचडी विषय का प्रेजेंटेशन देना होता है। इसके बाद विद्यार्थियों को विषय के अनुसार कोर्सवर्क की तैयारी कर परीक्षा देनी होती है। पूरे गुजरात में वीएनएसजीयू ही ऐसा विश्वविद्यालय है, जिसमे पीएचडी प्रवेश के नए नियमों को लागू कर प्रवेश प्रक्रिया शुरू की है। कर्सवर्क की परीक्षा आयोजित करने वाला भी वीएनएसजीयू पहला विश्वविद्यालय है। पीएचडी के प्रवेश की प्रक्रिया नवंबर 2020 में शुरू की गई थी। पंजीकृत विद्यार्थियों की फरवरी 2021 में प्रवेश परीक्षा ली गई थी। इसमें पास हुए विद्यार्थी फिर अपने विषय के अनुसार प्रेजेंटेशन दिया। बाद में सभी कर्सवर्क की तैयारी करने लगे। पीएचडी में प्रवेश का प्रयास कर रहे है 433 विद्यार्थियों की सितंबर में ऑनलाइन कोर्सवर्क की परीक्षा आयोजित की थी। इसका परिणाम हाल ही में जारी किया गया। जिसमें 421 विद्यार्थी पास हो गए और 12 ही विद्यार्थी ही फेल हुए है। अब पास हुए विद्यार्थियों विद्यार्थियों को नियम के अनुसार गाईड और प्रवेश दिया जाएगा। इस प्रक्रिया में फिजिक्स, हिस्ट्री, इंग्लिश, फिजियोथेरेपी, कॉम्परेटिव लिटरेचर, कंप्यूटर साइंस, इकोनॉमिक और एजुकेशन में एक – एक विद्यार्थी फेल हुए। जबकि गुजरती में दो विद्यार्थियों को मिलाकर कुल 12 विद्यार्थी फेल हुए हैं।