विनय न मानि जलधि जड़ गए तीन दिन बीति…
सूरत. नवरात्र पर्व के उपलक्ष में श्रीआदर्श रामलीला ट्रस्ट की ओर से आयोजित रामलीला महोत्सव के नौवें दिन सोमवार को विभीषण शरणागति, रामेश्वर स्थापना, अंगद-रावण संवाद आदि प्रसंगों की लीला वृंदावन के श्रीहित राधावल्लभ रासलीला मंडल के रासाचार्य स्वामी त्रिलोकचंद शर्मा के सानिध्य में कलाकारों ने की। वेसू स्थित रामलीला मैदान में सीता माता की खोज कर हनुमानजी महाराज के लौटने के बाद वानर सेना ने लंका पर चढ़ाई की तैयारियां शुरू कर दी। उधर, रावण के आतंक से त्रस्त होकर भाई विभीषण भी प्रभु श्रीराम के शरणागत हो गए और बाद में प्रभु श्रीराम ने समुद्रदेव से लंका जाने के लिए मार्ग देने की अनुनय-विनय की। काफी मान-मनोव्वल के बाद भी नहीं मानने पर भगवान ने धनुष पर चाप चढ़ाया तो समुद्रदेव प्रकट हो गए और नल-नील दो वानर भाई के बारे में बताया। इसके बाद एक ओर समुद्र में रामसेतु बनने की तैयारियां शुरू की गई तो दूसरी तरफ रामेश्वर महादेव की स्थापना कर पूजा-आराधना की गई। बाद में वानरसेना लंका पहुंची और दशानन के दरबार में प्रभु के दूत बनकर अंगदराज पहुंचे और दोनों के बीच संवाद हुआ।
सूरत. नवरात्र पर्व के उपलक्ष में श्रीआदर्श रामलीला ट्रस्ट की ओर से आयोजित रामलीला महोत्सव के नौवें दिन सोमवार को विभीषण शरणागति, रामेश्वर स्थापना, अंगद-रावण संवाद आदि प्रसंगों की लीला वृंदावन के श्रीहित राधावल्लभ रासलीला मंडल के रासाचार्य स्वामी त्रिलोकचंद शर्मा के सानिध्य में कलाकारों ने की। वेसू स्थित रामलीला मैदान में सीता माता की खोज कर हनुमानजी महाराज के लौटने के बाद वानर सेना ने लंका पर चढ़ाई की तैयारियां शुरू कर दी। उधर, रावण के आतंक से त्रस्त होकर भाई विभीषण भी प्रभु श्रीराम के शरणागत हो गए और बाद में प्रभु श्रीराम ने समुद्रदेव से लंका जाने के लिए मार्ग देने की अनुनय-विनय की। काफी मान-मनोव्वल के बाद भी नहीं मानने पर भगवान ने धनुष पर चाप चढ़ाया तो समुद्रदेव प्रकट हो गए और नल-नील दो वानर भाई के बारे में बताया। इसके बाद एक ओर समुद्र में रामसेतु बनने की तैयारियां शुरू की गई तो दूसरी तरफ रामेश्वर महादेव की स्थापना कर पूजा-आराधना की गई। बाद में वानरसेना लंका पहुंची और दशानन के दरबार में प्रभु के दूत बनकर अंगदराज पहुंचे और दोनों के बीच संवाद हुआ।
-रामलीला में आज00
मंगलवार को लक्ष्मण शक्ति, कुंभकरण वध, मेघनाथ वध, अहिरावण वध विजयादशमी उत्सव मनाएंगे
सूरत. राजस्थान राजपूत परिषद की ओर से विजयादशमी उत्सव बुधवार को परवत पाटिया में आईमाता रोड स्थित डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी हॉल में मनाया जाएगा। शाम साढ़े चार बजे से आयोजित उत्सव की शुरुआत में मां भगवती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन, शस्त्र पूजन, अतिथि स्वागत, सांस्कृतिक कार्यक्रम, उद्बोधन व पुरस्कार वितरण आदि कार्यक्रम होंगे। राजस्थान राजपूत परिषद की ओर से आयोजित विजयादशमी उत्सव में मेहमान के रूप में वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. किशोरसिंह चावड़ा, भरत केंसर हॉस्पिटल चेयरमैन डॉ. महेंद्रसिंह चौहान समेत अन्य कई महानुभाव मौजूद रहेंगे।
मंगलवार को लक्ष्मण शक्ति, कुंभकरण वध, मेघनाथ वध, अहिरावण वध विजयादशमी उत्सव मनाएंगे
सूरत. राजस्थान राजपूत परिषद की ओर से विजयादशमी उत्सव बुधवार को परवत पाटिया में आईमाता रोड स्थित डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी हॉल में मनाया जाएगा। शाम साढ़े चार बजे से आयोजित उत्सव की शुरुआत में मां भगवती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन, शस्त्र पूजन, अतिथि स्वागत, सांस्कृतिक कार्यक्रम, उद्बोधन व पुरस्कार वितरण आदि कार्यक्रम होंगे। राजस्थान राजपूत परिषद की ओर से आयोजित विजयादशमी उत्सव में मेहमान के रूप में वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. किशोरसिंह चावड़ा, भरत केंसर हॉस्पिटल चेयरमैन डॉ. महेंद्रसिंह चौहान समेत अन्य कई महानुभाव मौजूद रहेंगे।