उधना रेलवे स्टेशन के पास दरगाह के इर्द-गिर्द हो रहे रेलवे के निर्माण कार्य का लोग विरोध कर रहे है। इंजीनियरिंग विभाग ने दरगाह के आसपास जगह छोडऩे तथा ऊपर का हिस्सा खुला रखने का आश्वासन दिया था, लेकिन रेलवे ने दरगाह को चारों ओर से घेर लिया, जिससे लोगों को वहां बैठने तक की जगह नहीं मिल रही है।
सूरत स्टेशन के आस-पास विस्तार के लिए जगह नहीं है, इसलिए रेलवे ने उधना स्टेशन को सेटेलाइट स्टेशन के तौर पर विकसित करने का निर्णय किया है। इसके लिए 60 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। उधना स्टेशन विस्तार में अलग-अलग निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। उधना स्टेशन के पास नए रेलवे फ्लाई ओवरब्रिज के नजदीक वर्षों पुरानी ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह है। यहां हर समुदाय के लोग आते हैं।
पिछले दिनों रेलवे ने दरगाह के नजदीक वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ, आइओडब्ल्यू समेत विभिन्न विभागों के कार्यालयों का निर्माण शुरू किया था। तब लोगों ने दरगाह के आस-पास निर्माण पर आपत्ति जताई थी। उधना स्टेशन के आइओडब्ल्यू एम.के. यादव ने लोगों को आश्वासन दिया था कि दरगाह के आस-पास जगह छोड़ कर निर्माण होगा और दरगाह के ऊपर की जगह खुली रखी जाएगी, लेकिन, रेलवे ने जो निर्माण किया, उसमें दरगाह के आस-पास कम जगह छोड़ी गई है और ऊपर के हिस्से को भी बंद कर दिया गया है। दो दिन पहले लोगों ने आपत्ति जताते हुए काम बंद करवा दिया। आइओडब्ल्यू के साथ हुई बहस के दौरान उधना रेलवे सुरक्षा बल के जवान भी मौके पर पहुंचे और जैसे-तैसे मामला शांत किया गया।
रेलवे कॉलोनी में दीवार का भी हुआ था विरोध रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों ने बताया कि रेलवे दरगाह के पास कार्यालयों का निर्माण कर रही है। निर्माण कार्य में कोई दिक्कत नहीं हो, इसके लिए जवान भेजे गए थे। दूसरी तरफ उधना स्टेशन मैनेजर वी.एन. कदम ने इस मामले में अनभिज्ञता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह मामला आइओडब्ल्यू के अधीन है।
उधना रेलवे कॉलोनी में दीवार बनाने का भी लोग विरोध कर रहे थे। रेलवे ने काफी मशक्कत के बाद यह दीवार खड़ी की है। यहां कॉलोनी में आने-जाने के लिए तीन फीट की जगह दी गई है। रेलवे कॉलोनी में एक मस्जिद के पास भी आने-जाने के लिए जगह दी गई है।