-भविष्य में व्यापारी भी करेंगे क्लेम
प्रोसेसर्स एसोसिएशन ने सूरत कपड़ा मंडी के सभी ट्रेडर्स के लिए जारी एक दिसम्बर से नए धारा-धोरण कतई मंजूर नहीं है और ट्रेडर्स एसोसिएशन इसका कड़ा विरोध करती है। ट्रेडिंग व्यापारी और मिलमालिक दोनों ही घटक एक-दूसरे के पूरक है। ऐसी स्थिति में कोई भी निर्णय आपसी तालमेल व समन्वय से होना चाहिए। एसजीटीपीए का इस तरह से एकतरफा निर्णय व्यापार हित में उचित नहीं है। ट्रेडर्स का ग्रे महीनों तक मिलों में पड़ा रहता है और जॉब प्रोग्राम देने के बाद भी उसकी डिलेवरी देर से होती है, उस पर व्यापारियों को भी भी ब्याज का क्लेम करना चाहिए। इसके अलावा गलत डिजाइन, गलत रंग छपकर आता हैं, माल शॉर्ट आता है तो भविष्य में उस पर भी व्यापारी क्लेम लेंगे।
-अन्य व्यापारिक संगठनों ने भी जताया विरोध
साउथ गुजरात टेक्सटाइल प्रोसेसर्स एसोसिएशन के परिपत्र जारी कर जॉबचार्ज दर में वृद्धि समेत अन्य निर्णय का सूरत कपड़ा मंडी के अन्य व्यापारिक संगठनों ने भी विरोध जताया है। सूरत मर्कंटाइल एसोसिएशन ने इस सिलसिले में रविवार की साप्ताहिक व्यापारिक बैठक में साउथ गुजरात टेक्सटाइल प्रोसेसर्स एसोसिएशन के प्रमुख जीतू वखारिया को भी बुलाया है। बैठक में जॉबचार्ज दर में वृद्धि समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा टेक्सटाइल युवा ब्रिगेड ने प्रोसेसर्स एसोसिएशन के निर्णय को तुगलकी फरमान के समान बताते हुए विरोध जताया है। फैडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन ने भी इस निर्णय को अनुचित बताया है।