प्रत्येक वर्ष दीपावली के बाद सूरत कपड़ा मंडी के कारोबार में 8-10 दिन का ब्रेक सा रहता है। इस बार राजस्थान विधानसभा चुनाव होने से इस कारोबारी ब्रेक की अवधि थोड़ी बढ़ गई। 25 नवंबर शनिवार को वहां चुनाव पूरे हो गए और राजस्थान मूल के ज्यादातर कपड़ा व्यापारी व कर्मचारी सोमवार तक सूरत वापस लौट आएंगे। दीपावली अवकाश और राजस्थान विधानसभा चुनाव से निपटने के बाद अब कपड़ा व्यापारी सोमवार से शुरू होने वाले सप्ताह से नए सिरे से कपड़ा कारोबार में व्यस्त हो जाएंगे। ज्यादातर कपड़ा व्यापारियों ने चार माह लंबे लग्नसरा सीजन की तैयारियां सामान्य तौर पर दीपावली से पहले ही कर ली थी, अब उन्हें देसावर मंडियों के व्यापारियों के सूरत कपड़ा मंडी में आने व उनके ऑर्डर का इंतजार है।
– चुनाव में कपड़ा व्यापारी भी रहे व्यस्त : सूरत कपड़ा मंडी में प्रवासी राजस्थानी कपड़ा व्यापारियों का बोलबाला है और इनमें से ज्यादातर व्यापारी पिछले दिनों तक राजस्थान विधानसभा चुनाव में व्यस्त थे। इस दौरान उन्होंने मारवाड़, मेवाड़ के अलावा शेखावाटी क्षेत्र की विभिन्न विधानसभा में अपने-अपने पसंदीदा व पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में जमकर पसीना बहाया। शनिवार को वहां मतदान संपन्न हो गया और अब ज्यादातर व्यापारी सूरत लौटने लगे हैं। सोमवार से सभी सूरत कपड़ा मंडी में सक्रिय हो जाएंगे।
– पहले से कर ली थी तैयारियां : लग्नसरा ग्राहकी के लिए ज्यादातर कपड़ा व्यापारियों ने दीपावली पहले ही तैयारियां कर ली थी। इन तैयारियों में देसावर मंडियों के व्यापारियों की डिमांड के मुताबिक ग्रे आयटम के ऑर्डर, डाइंग-प्रिंटिंग मिल में कपड़े की रंगाई-छपाई, एम्ब्रोडरी व वैल्यू एडीशन वर्क आदि शामिल हैं। सिस्टेमैटिक तरीके से पाइपलाइन में तैयार माल के ऑर्डर मिलते ही कपड़ा व्यापारियों की ओर से देसावर मंडियों में भेजने के लिए माल की पैकिंग-डिस्पैचिंग भी शुरू हो जाएगी। कई व्यापारियों ने इसमें थोड़ा हटकर भी फैब्रिक्स, डिजाइन आदि की तैयारियां भी की है।
– बीते दो साल में बहुत कुछ सीखा : कोरोना एवं उसके बाद गत वर्ष लग्नसरा सीजन उम्मीद के मुताबिक काफी फीका रहा था। इतना ही नहीं स्थानीय कपड़ा व्यापारियों को लग्नसरा सीजन के बाद भी तीन-चार महीने तक कपड़ा व्यापार में ग्राहकी के बजाय मायूसी ही ज्यादा देखनी पड़ी थी। करीब छह-आठ महीने तक ग्राहकी का अभाव दीपावली सीजन में जाकर दूर हुआ था। ऐसी स्थिति में अब स्थानीय कपड़ा व्यापारियों ने अपने सेल्स के नेटवर्क के मुताबिक प्रोडक्शन का सबक सीखते हुए उतनी ही तैयारियां की है जितना उनके व्यापारिक गणित के हिसाब से ठीक बैठता है।
0- उत्सव के समान रहने की उम्मीद : लग्नसरा सीजन की ग्राहकी दिसंबर से ही शुरू हो जाएगी जो कि नए वर्ष में मार्च महीने तक रहने की पूरी उम्मीद है। ऐसे में इस अवधि को सूरत कपड़ा मंडी में कारोबार के उत्सव के समान देखा जा सकता है। व्यापारियों ने पिछले कुछ वर्षों में व्यापारिक लिहाज से कई नए सबक सीखे हैं, उम्मीद है वे उनके मुताबिक ही व्यापार करेंगे।
– सुनीलकुमार जैन, अध्यक्ष, साउथ गुजरात टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन 0 – योजनाबद्ध तरीके से व्यापार नीति जरूरी : पूरे सालभर में सबसे लंबी अवधि के लग्नसरा सीजन की तैयारियां सूरत कपड़ा मंडी के व्यापारी करते हैं। मौजूदा वक्त में सभी के लिए योजनाबद्ध तरीके से व्यापार नीति को अपनाना जरूरी हो गया है और ज्यादातर ने इसे अमल में लाना भी शुरू कर दिया है। व्यवस्थित तरीके से व्यापार आज की जरूरत बन चुका है।
– चरणपाल सिंह, कपड़ा व्यापारी, मिलेनियम-4 मार्केट