सोसायटियों के बाहर जमा पानी
रविवार से ही बारिश की रफ्तार घटने से खाड़ी का जलस्तर तो लगातार नीचे की ओर जा रहा है लेकिन, खाड़ी किनारे स्थित दर्जनों सोसायटियों के बाहर पानी सोमवार तक भी दो-तीन फीट तक जमा रहा। इससे आपदा प्रभावित लोगों को पानी, दूध, राशन समेत अन्य आवश्यक वस्तुओं के लिए परेशान होना पड़ा। उधर, सोसायटी व अपार्टमेंट परिसर से बाढ़ का पानी उतरने से गंदगी पीछे रह गई है और मनपा के गार्बेज कलेक्शन सेंटर की गतिविधि रुकी होने से लोगों के बीच बीमारी का भय कोरोना महामारी के बीच फैला हुआ है।
खाड़ी में डाला जा सकता जमा पानी
शहर में अन्य कई इलाकों में जमा पानी महानगरपालिका प्रशासन डिवॉटरिंग कर खाड़ी में डाल रहा है, इसी तरह से परवत पाटिया क्षेत्र में सोसायटियों के बाहर जमा पानी खाड़ी में डाला जा सकता है। स्थानीय लोगों ने शिकायत करते हुए बताया कि खाड़ी का पानी 2 से 3 फीट नीचे उतर गया है फिर भी गीतानगर, माधवबाग, नंदनवन, ऋषिविहार, सत्यम, शिवम, ब्रजभूमि, श्रीवर्धन आदि सोसायटियों के बाहर दो-ढाई फीट पानी जमा है। यहां से भी मनपा तंत्र डिवॉटरिंग कर जमा पानी को खाड़ी में डाल सकता है।