शहर की स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों की सुरक्षा पर अभी भी खतरा मंडरा रहा है। स्कूल संचालक विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है। दमकल विभाग भी कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर रहे हैं। जिन छह स्कूलों को दमकल विभाग ने सील किया था, उन स्कूलों की सील खोल दी गई है। तक्षशिला अग्निकांड के बाद भी शहर के मात्र 35 स्कूलों के पास ही दमकल की एनओसी है।
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गत बुधवार रात को दमकल विभाग ने शहर की छह स्कूलों शाहपोर के सर जे.जे., डुमस-मगदल्ला के सरस्वती विद्याभवन, कतारगाम के नीलकंठी विद्यालय, वेडऱोड के मारुती विद्यालय और गोड़ादरा के धार्मी एंड लेव स्कूल को सील किया था। गुरुवार जब विद्यार्थी स्कूल पहुंचे तब उन्हें पता चला कि स्कूल बंद है। फायर सेफ्टी के अभाव में स्कूलों को दमकल विभाग ने सील किया था। स्कूल जब तक फायर सेफ्टी विकसित ना कर ले तब तक स्कूल को बंद रखने के निर्देश दिए गए थे। वहीं, अब इन स्कूलों की सील खोल दी गई है।
गत बुधवार रात को दमकल विभाग ने शहर की छह स्कूलों शाहपोर के सर जे.जे., डुमस-मगदल्ला के सरस्वती विद्याभवन, कतारगाम के नीलकंठी विद्यालय, वेडऱोड के मारुती विद्यालय और गोड़ादरा के धार्मी एंड लेव स्कूल को सील किया था। गुरुवार जब विद्यार्थी स्कूल पहुंचे तब उन्हें पता चला कि स्कूल बंद है। फायर सेफ्टी के अभाव में स्कूलों को दमकल विभाग ने सील किया था। स्कूल जब तक फायर सेफ्टी विकसित ना कर ले तब तक स्कूल को बंद रखने के निर्देश दिए गए थे। वहीं, अब इन स्कूलों की सील खोल दी गई है।
SURAT VNSGU : किसी भी महाविद्यालय में नहीं है आरटीआइ अधिकारी ! स्कूल संचालकों से मात्र शपथेपत्र लेकर स्कूल शुरू कर देने की अनुमति दे दी गई है। इससे पहले स्कूलों को कई बार नोटिस दिए गए थे, लेकिन स्कूलों ने नोटिस को अनदेखा कर दिया था। स्कूलों ने 30 दिनों के अंदर फायर सुविधा विकसित कर एनओसी के लिए आवेदन करने का शपथपत्र जमा किया है। पहले भी जब दमकल विभाग ने स्कलों के खिलाफ कार्रवाई की थी, तब कई स्कूलों ने शपथपत्र देकर मामला रफा-दफा कर दिया था।
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मात्र 35 स्कूलों के पास ही एनओसी
तक्षशिला अग्निकांड को चाह माह से अधिक समय हो गया है। जब तक्षशिला अग्निकांड हुआ तब शहर की स्कूलों को फायर सेफ्टी विकसित कर एनओसी लेने का आदेश दिया गया। तब से लेकर अब तक शहर के मात्र 35 स्कूलों के पास ही दमकल विभाग की एनओसी है। दमकल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि विभाग ने 35 स्कूलों को एनओसी दी है। अभी भी सैकड़ों स्कूलों के पास एनओसी नहीं है। विभाग ने ऐसे स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू किया है।
मात्र 35 स्कूलों के पास ही एनओसी
तक्षशिला अग्निकांड को चाह माह से अधिक समय हो गया है। जब तक्षशिला अग्निकांड हुआ तब शहर की स्कूलों को फायर सेफ्टी विकसित कर एनओसी लेने का आदेश दिया गया। तब से लेकर अब तक शहर के मात्र 35 स्कूलों के पास ही दमकल विभाग की एनओसी है। दमकल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि विभाग ने 35 स्कूलों को एनओसी दी है। अभी भी सैकड़ों स्कूलों के पास एनओसी नहीं है। विभाग ने ऐसे स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू किया है।
– कई स्कूलों में चल रहा है काम
स्कूलों ने 30 दिनों में फायर सेफ्टी का काम शुरू करवाने का शपथपत्र दिया तो सील खोल दी है। शपथपत्र के आधार पर काम नहीं हुआ तो कार्रवाई होगी। शहर के अन्य कई स्कूलों में फायर सेफ्टी का काम चल रहा है, जिस पर दमकल विभाग की नजर है।
– बसंत पारीक, चीफ फायर ऑफिसर, सूरत दमकल विभाग
स्कूलों ने 30 दिनों में फायर सेफ्टी का काम शुरू करवाने का शपथपत्र दिया तो सील खोल दी है। शपथपत्र के आधार पर काम नहीं हुआ तो कार्रवाई होगी। शहर के अन्य कई स्कूलों में फायर सेफ्टी का काम चल रहा है, जिस पर दमकल विभाग की नजर है।
– बसंत पारीक, चीफ फायर ऑफिसर, सूरत दमकल विभाग