सिर पर कर्जा लादकर गलत खर्चों से परिवार को मुक्त कराने के लिए नर्मदा जिले के डुरचा गांव के लोगों ने सराहनीय निर्णय लिया है। डुरचा गांव के लोगों ने शुभ प्रसंग पर डीजे, बैंडबाजा, पटाखा व फोटोग्राफी करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। निर्णय का उल्लंघन करने पर दोषी को गांव बाहर करने व उसे कोई सहयोग नहीं करने का भी निर्र्णय डुरचा गांव के लोगों ने किया है।
खुशी के अवसर पर फोटोग्राफी, वीडिय़ोग्राफी, बैंडबाजा व डीजे के बिना अवसर अधूरा लगता है। यह स्वाभाविक है कि ऐसे खुशी के अवसर पर जाने वाले लोग भी इसी प्रकार क ी आशा रखते हैं। नर्मदा जिले के गरुडेश्वर तहसील के डुरचा गांव में रहने वाले बुजुर्ग लोगों ने एक निर्णय लिया जिसे सुनकर लोग भी चकित रह गए।
एक दिन गांव के बुजुर्ग एक साथ बैठे व गांव में किसी के घर पर होने वाले प्रसंग पर फोटोग्राफी कराने, वीडिय़ोग्राफी, बैंडबाजा, डीजे व पटाखा फोडऩे पर प्रतिबंध लगाने वाला अनूठा प्रस्ताव पास किया। बुजुर्गों के इस निर्णय को गांव के युवाओ सहित अन्य लोगों ने भी खुशी के साथ मंजूर कर दिया। डुरचा गांव निवासी जानजी भाई तड़वी ने एक दिन सभी गांव वालों को एकत्र किया व गांव में सभा का आयोजन किया।
सभा में अनावश्यक खर्चो ंको दूर करने पर निर्णय लिया गया। शादी-ब्याह व अन्य शुभ अवसर पर खर्च होने वाले रुपए से अपने व्यापार-धंधे के विकास में लगाने के साथ बालकों की पढ़ाई-लिखाई व अन्य आवश्यक खर्चों पर खर्च किया जा सकता है। डीजे सहित अन्य प्रतिबंधित कामों को करने वाले लोग का गांव से बहिष्कार करने व उसे किसी भी प्रकार का क ोई सहयोग नही देने का भी निर्णय लिया गया है। डुरचा गांव के इस निर्णय का आसपास के आठ से दस गांवो के लोगो की ओर से भी सर्मथन किया गया है।