-दशा माता का होगा व्रत-पूजन
चैत्र कृष्ण दशमी तिथि के मौके पर रविवार को राजस्थानी महिलाएं दशा माता का व्रत-पूजन के साथ त्योहार मनाएगी। इस अवसर पर वे बड़ी संख्या में एकत्र होकर सोसायटी के नजदीक स्थित मंदिरों में दशा माता की पूजा के लिए पहुंचेगी और विधिविधान से पूजन के बाद कथा-कहानियों का श्रवण किया जाएगा। वहीं, गणगौर उत्सव चैत्र शुक्ल तृतीया तिथि के मौके पर आगामी 4 अप्रेल को सुबह में समूह में गणगौर पूजन के बाद शाम को विसर्जन यात्रा आयोजित की जाएगी।
-शीतला माता पूजन का दौर यूं ही चलेगा
चैत्र कृष्ण अष्टमी के मौके पर शुक्रवार को शहर के विभिन्न क्षेत्रों में शीतला माता की पूजा-आराधना का दौर सुबह से गुरुवार के समान यूं ही चलेगा। शीतला अष्टमी की पूजा-अर्चना के लिए महिलाओं ने गुरुवार को घरों में कई व्यंजन बनाए। इन व्यंजनों का भोग महिलाएं शुक्रवार को सोसायटी के नजदीकी मंदिरों में शीतला माता को परोसेगी और बाद में बड़ी-बुजुर्ग महिलाओं से कथा-कहानी सुनेगी। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं मंदिरों में मौजूद रहेगी।
चैत्र कृष्ण अष्टमी के मौके पर शुक्रवार को शहर के विभिन्न क्षेत्रों में शीतला माता की पूजा-आराधना का दौर सुबह से गुरुवार के समान यूं ही चलेगा। शीतला अष्टमी की पूजा-अर्चना के लिए महिलाओं ने गुरुवार को घरों में कई व्यंजन बनाए। इन व्यंजनों का भोग महिलाएं शुक्रवार को सोसायटी के नजदीकी मंदिरों में शीतला माता को परोसेगी और बाद में बड़ी-बुजुर्ग महिलाओं से कथा-कहानी सुनेगी। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं मंदिरों में मौजूद रहेगी।
-बिंदोळे की मचेगी धूम
शीतलाष्टमी पर शुक्रवार से सोलह दिवसीय गणगौर पर्व में बिंदोळे की शुरुआत हो जाएगी। शीतला माता की पूजा-अर्चना के बाद राजस्थानी महिलाएं ईसर-गौर की प्रतिमाओं को पानी पिलाने और घर-घर में बिंदोळा देने की रीत परम्परागत तरीके से शुरू करेगी। वहीं, राजस्थान के लोकपर्व गणगौर के मौके पर गुडला सवारी के आयोजन भी शहर के प्रवासी राजस्थानी बहुल इलाकों में जगह-जगह शुक्रवार से देखने को मिलेंगे।
शीतलाष्टमी पर शुक्रवार से सोलह दिवसीय गणगौर पर्व में बिंदोळे की शुरुआत हो जाएगी। शीतला माता की पूजा-अर्चना के बाद राजस्थानी महिलाएं ईसर-गौर की प्रतिमाओं को पानी पिलाने और घर-घर में बिंदोळा देने की रीत परम्परागत तरीके से शुरू करेगी। वहीं, राजस्थान के लोकपर्व गणगौर के मौके पर गुडला सवारी के आयोजन भी शहर के प्रवासी राजस्थानी बहुल इलाकों में जगह-जगह शुक्रवार से देखने को मिलेंगे।