पत्रिका से बोले सुधांशु महाराज, शराब से खत्म हो रहा है टैलेंट वीर भोग्या वसुधंरा…का अर्थ यही है कि यह दुनिया सदैव बहादुरों की ही कद्र करती रही है, कायरता जीवन का सबसे बड़ा अभिशाप है। श्रीमद्भगवद्गीता को जीवन में आचरित करने से व्यक्ति सुयोग्य व स्वाभिमानी चरित्र का धनी बनता है। योग्य व्यक्तिसदैव विनम्र और सबके प्रियपात्र होते है। इस मौके पर नई दिल्ली से आए विश्व जागृति मिशन के निदेशक राममहेश मिश्र ने संस्था की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
Video: समय के सदुपयोग से ही मिलता है उन्नति का शिखर-संत सुधांशु आचार्य रामकुमार पाठक व सूरत मंडल के अध्यक्ष गोविंद डांगरा ने चार दिवसीय महोत्सव के अंतिम दिवस दीक्षा महोत्सव समेत अन्य जानकारी दी।