राइट टू एज्युकेशन के अंतर्गत प्रवेश के लिए अभिभावकों का स्कूलों के चक्कर काटने का सिलसिला शुरू हो गया है। स्कूल जानकारी नहीं होने का बहाना बनाकर प्रवेश देने में आनाकानी कर रहे हैं। परेशान अभिभावक इस मामले में शिकायत करने जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंच रहे हैं।
आरटीइ के तहत प्रशासन की ओर से प्रवेश मिल जाने के बाद भी कई स्कूल बच्चों को प्रवेश नहीं देते। पहले ऐसे कई मामले प्रकाश में आए हैं। स्कूल तरह-तरह के बाहने बनाकर अभिभावकों को चक्कर खिलाते रहते हैं। यही सब नए शैक्षणिक सत्र 2018-19 में भी शुरू हो गया है। आरटीइ के अंतर्गत प्रशासन ने जिन बच्चों को प्रवेश दे दिया है, उनके अभिभावक प्रमाणपत्र लेकर स्कूल पहुंचने लगे हैं। कई स्कूल बहाने बनाकर प्रवेश देने से इनकार कर रहे हैं। स्कूल संचालकों का कहना है कि उन्हें प्रवेश की कोई जानकारी नहीं है, इसलिए प्रवेश नहीं दिया जाएगा। पार्षद असलम साइकिलवाला की अगुवाई में अभिभावक संचालकों की शिकायत लेकर जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचे। साइकिलवाला ने ऐसे संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ओर से शहर के कई स्कूलों को आरटीइ के तहत विद्यार्थियों को प्रवेश देने के लिए नोटिस भेजा गया था।
आरटीइ के तहत प्रशासन की ओर से प्रवेश मिल जाने के बाद भी कई स्कूल बच्चों को प्रवेश नहीं देते। पहले ऐसे कई मामले प्रकाश में आए हैं। स्कूल तरह-तरह के बाहने बनाकर अभिभावकों को चक्कर खिलाते रहते हैं। यही सब नए शैक्षणिक सत्र 2018-19 में भी शुरू हो गया है। आरटीइ के अंतर्गत प्रशासन ने जिन बच्चों को प्रवेश दे दिया है, उनके अभिभावक प्रमाणपत्र लेकर स्कूल पहुंचने लगे हैं। कई स्कूल बहाने बनाकर प्रवेश देने से इनकार कर रहे हैं। स्कूल संचालकों का कहना है कि उन्हें प्रवेश की कोई जानकारी नहीं है, इसलिए प्रवेश नहीं दिया जाएगा। पार्षद असलम साइकिलवाला की अगुवाई में अभिभावक संचालकों की शिकायत लेकर जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचे। साइकिलवाला ने ऐसे संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ओर से शहर के कई स्कूलों को आरटीइ के तहत विद्यार्थियों को प्रवेश देने के लिए नोटिस भेजा गया था।
फर्जी प्रमाणपत्रों पर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट
राइट यू एज्युकेशन एक्ट के अंतर्गत सूरत कॉर्पोरेशन में आए प्रवेश फॉर्म में दो हजार दो सौ से अधिक आय प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए। इन सभी प्रमाणपत्रों का दोबारा सत्यापन किया जा रहा है। इनमें से 1500 से अधिक फर्जी प्रमाणपत्रों को जमा करने वाले अभिभावकों के खिलाफ कार्रवाई करने की रिपोर्ट कलक्टर को सौंपी गई है।
राइट यू एज्युकेशन एक्ट के अंतर्गत सूरत कॉर्पोरेशन में आए प्रवेश फॉर्म में दो हजार दो सौ से अधिक आय प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए। इन सभी प्रमाणपत्रों का दोबारा सत्यापन किया जा रहा है। इनमें से 1500 से अधिक फर्जी प्रमाणपत्रों को जमा करने वाले अभिभावकों के खिलाफ कार्रवाई करने की रिपोर्ट कलक्टर को सौंपी गई है।
कलक्टर को सौंपी रिपोर्ट जिन अधिकारियों के माध्यम से प्रमाणपत्र बने हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई के लिए सिटी प्रांत अधिकारी ने कलक्टर को रिपोर्ट सौंपी है। अन्य फर्जी प्रमाणपत्रों की जांच जारी है। फर्जी प्रमाणपत्रों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। पिछले साल 200 से अधिक अभिभावकों ने फर्जी प्रमाणपत्र जमा कर प्रवेश लिया था। इस साल यह आंकड़ा दो हजार के पार हो गया। आरटीइ में प्रवेश के लिए सूरत कॉर्पोरेशन में इस बार 9,809 से अधिक आवेदन आए। सभी आवेदनों और उनके साथ जोड़े गए प्रमाणपत्रों की जांच की गई तो 2255 आवेदनों के आय प्रमाण पत्रों को फर्जी पाया गया। शहर के ज्यादातार जोन नें फर्जी प्रमाणपत्र बने हैं। मजूरागेट में 26, अडाजन में 64, कतारगाम में 212, उधना में 182, पूणा में 718 और अन्य जोन से 320 प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए।
बढ़ सकता है आंकड़ा
अन्य आवेदनों की जांच चल रही है। 600 से अधिक अन्य आवेदन भी फर्जी हो सकते हैं।
बी.एस. पटेल, सिटी प्रांत अधिकारी टाउट के खिलाफ शिकायत
आय प्रमाणपत्र फर्जी होने के खुलासे के बाद अडाजण के एक अभिभावक ने टाउट के खिलाफ पुलिस आयुक्त से शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग की है। अडाजण के सूर्यम स्काय निवासी घनश्याम मणिलाल पटेल ने बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा के शेख तरबेज नाम के कर्मचारी तथा अभिषेक नाम के टाउट के खिलाफ पुलिस आयुक्त को लिखित शिकायत दी है। उसने आरोप लगाया कि उसने अपने दोनों बेटों के आरटीइ के तहत एडमिशन के लिए आवेदन किया था। आवेदन के साथ आय प्रमाणपत्र समेत अन्य दस्तावेज पेश किए थे, लेकिन शिक्षा विभाग की जांच में आय प्रमाणपत्र फर्जी होने का खुलासा होने से एडमिशन रद्द हो गया।
अन्य आवेदनों की जांच चल रही है। 600 से अधिक अन्य आवेदन भी फर्जी हो सकते हैं।
बी.एस. पटेल, सिटी प्रांत अधिकारी टाउट के खिलाफ शिकायत
आय प्रमाणपत्र फर्जी होने के खुलासे के बाद अडाजण के एक अभिभावक ने टाउट के खिलाफ पुलिस आयुक्त से शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग की है। अडाजण के सूर्यम स्काय निवासी घनश्याम मणिलाल पटेल ने बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा के शेख तरबेज नाम के कर्मचारी तथा अभिषेक नाम के टाउट के खिलाफ पुलिस आयुक्त को लिखित शिकायत दी है। उसने आरोप लगाया कि उसने अपने दोनों बेटों के आरटीइ के तहत एडमिशन के लिए आवेदन किया था। आवेदन के साथ आय प्रमाणपत्र समेत अन्य दस्तावेज पेश किए थे, लेकिन शिक्षा विभाग की जांच में आय प्रमाणपत्र फर्जी होने का खुलासा होने से एडमिशन रद्द हो गया।