सूरत

POLITICS: उलझन बढ़ी, राजस्थान जा पाएंगे या नहीं

सिरोही जिला कलक्टर के वायरल लेटर के बाद प्रवासी राजस्थानियों में चिंता

सूरतApr 27, 2020 / 09:11 pm

Dinesh Bhardwaj

POLITICS: उलझन बढ़ी, राजस्थान जा पाएंगे या नहीं

सूरत. एक ओर आबुरोड के निकट राजस्थान-गुजरात बॉर्डर पर राजस्थान सरकार कैम्प लगाकर गुजरात व अन्य प्रदेश से आने वाले प्रवासियों की व्यवस्था में जुटी हैं, वहीं दूसरी ओर गुजरात के हॉटस्पॉट शहरों से किसी भी व्यक्ति के प्रवेश को अनुमति नहीं देने के पत्र से प्रवासी राजस्थानियों में चिंता फैल गई है। इस आशय के सिरोही जिला कलक्टर का पत्र सूरत जिला कलक्टर को मिलने की पुष्टि भी की गई है।
पिछले तीन दिनों से लघु भारत सूरत में लॉकडाउन के दौरान अपने-अपने प्रदेश जाने के लिए प्रवासियों से आवेदन भरवाने का सिलसिला जारी है। प्राथमिक तौर पर इसमें बताया गया था कि नवसारी के सांसद सीआर पाटिल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह व प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से लॉकडाउन के दौरान सूरत में रह रहे श्रमिकों व जरुरतमंद प्रवासियों को अपने प्रदेश भेजने की व्यवस्था के बारे में बातचीत हुई थी। उस बातचीत के आधार पर शनिवार दोपहर से ही अपने मूल प्रदेश जाने के लिए प्रवासी लोग आवेदन भरकर जमा कराने के लिए सांसद पाटिल के जनसम्पर्क कार्यालय समेत अन्य स्थलों पर एकत्र हो रहे हैं। इसी बीच राजस्थान सरकार ने भी गुजरात समेत देश के अन्य राज्यों में बसे प्रवासी राजस्थानियों के लौटने पर सहमति जताई और यहां तक आबुरोड़ में राजस्थान-गुजरात बॉर्डर पर कैम्प भी खोल दिया। बॉर्र्डर पर बनाए अस्थाई कैम्प में राजस्थान के प्रत्येक जिले के लिए बस, सुविधा कक्ष समेत अन्य तरह की व्यवस्था की गई है। इन सब तैयारियों के बीच सोमवार दोपहर सिरोही जिला कलक्टर के वायरल लेटर ने गांव-कस्बा जाने का सपना संजोए प्रवासी राजस्थानियों की मुश्किल बढ़ा दी। वायरल लेटर में गुजरात के हॉटस्पॉट अहमदाबाद, सूरत, वड़ोदरा, राजकोट व भावनगर से किसी भी प्रवासी राजस्थानी को सिरोही जिले में आने की अनुमति नहीं देने के संदर्भ में संबंधित जिला कलक्टर व अन्य अधिकारियों को लिखा गया है। हालांकि इस संबंध में सिरोही जिला कलक्टर से सम्पर्क नहीं हो पाया और सूरत जिला कलक्टर ने ऐसा पत्र मिलने की जानकारी दी है।

दोपहर तक साथ में ही थे


जालोर-सिरोही के भाजपा सांसद देवजी पटेल ने पत्रिका संवाददाता से बातचीत में बताया कि यह सच है कि गुजरात समेत देश के अन्य राज्यों में बसे प्रवासी राजस्थानियों के लिए आबुरोड के निकट राजस्थान-गुजरात बॉर्डर पर कैम्प लगाया गया है। सोमवार दोपहर तक सिरोही के जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक व अन्य अधिकारी के साथ आबुरोड़ कैम्प का निरीक्षण भी हम सबने किया है, फिर एकदम यह चिट्ठी का मामला कैसे और कहां से आ गया? मैंने भी वो लेटर देखा है और तब से ही जिला कलक्टर सिरोही से सम्पर्क की कोशिश कर रहा हूं।

प्रवासी घर पहुंचे यही प्राथमिकता


सिरोही विधानसभा के विधायक संयम लोढ़ा ने बातचीत में बताया कि केंद्र सरकार ने गुजरात समेत देश के कोरोना हॉटस्पॉट जिले व शहर के लोगों को वहीं रोकने के निर्देश दिए है और सिरोही जिला कलक्टर की चिट्ठी मैंने भी देखी है। पूरी तैयारी कर चुके प्रवासी राजस्थानियों में से कई लोगों के फोन भी आ रहे हैं, राज्य सरकार के साथ मिलकर प्रवासियों को घर लाने की चिंता है और यहीं हाल में पहली प्राथमिकता हमारी बनी हुई है।

सोश्यल मीडिया पर चिंता का दौर


इन सबसे हटकर सोश्यल मीडिया पर प्रवासी राजस्थानियों के विभिन्न संगठन व समूह में सिरोही जिला कलक्टर का लेटर चर्चा व चिंता का कारण सोमवार को बन गया। प्रवासियों ने बताया कि उन्होंने राजस्थान की यात्रा के लिए ऑनलाइन व हार्डकॉपी आवेदन भरे हैं, लेकिन लगता है राजस्थान में कांग्रेस सरकार व गुजरात और केंद्र की भाजपा सरकार की राजनीति के चक्कर में उनकी यात्रा सरलता से सम्पन्न नहीं हो पाएगी। पहली बार ऐसा मौका आया कि गांव जाने के लिए भी फॉर्म भरना पड़ा, यह कितनी चिंता की बात है।

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