पुलिस के मुताबिक, भाग्योदय इंडस्ट्रियल एस्टेट के प्लॉट नम्बर 462 निवासी श्रमिक धर्मेन्द्र प्रसाद ने डिंडोली शिवाजीनगर निवासी श्रमिक रामकुमार पुत्र मणीराम शर्मा (28) की निर्दयतापूर्वक हत्या कर दी। रविवार सुबह करीब साढ़े दस बजे प्लॉट नम्बर 462 स्थित एम्ब्रोयडरी कारखाने में धर्मेन्द्र ने रामकुमार पर हमला कर दिया। उसने एम्ब्रोडरी मशीन का लोहे का स्टैण्ड उठा लिया और रामकुमार पर वार करना शुरू कर दिया।
बचने के लिए रामकुमार कारखाने से निकल कर भागा। वह बाहर सडक़ पर आ गया। धर्मेन्द्र उसके पीछे दौड़ता हुआ आया और कई वार किए। इस बीच बारिश के पानी में रामकुमार का पैर स्लीप होने से वह एक तरफ गिर गया। धर्मेन्द्र ने ताबड़तोड़ कर उस पर वार शुरू कर दिए। वह उसके सिर, सीने, पेट, पैरों पर मारता रहा। तीन दर्जन से अधिक वार किए। जिससे रामकुमार की मौके पर ही मौत हो गई।
– लोग तमाशा देखते रहे :
– लोग तमाशा देखते रहे :
उस समय वहां कई लोग मौजूद थे, लेकिन कोई बीच-बचाव के लिए आगे नहीं आया। हत्या के बाद उसने मौके से भागने की कोशिश की, लेकिन सूचना मिलने पर पीसीआर वैन के पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। डीसीपी जोन-2 भावना पटेल समेत पुलिस काफिला मौके पर पहुंच गया था। पुलिस ने घटना के संबंध में रामकुमार के भाई साहब लाल मणिराम शर्मा की प्राथमिकी पर मामला दर्ज किया है।
घटना के बाद से आरोपी धर्मेन्द्र मौन :
पुलिस ने आरोपी धर्मेन्द्र को तो मौके से रंगे हाथों पकड़ लिया, लेकिन कई घंटों बाद भी पुलिस यह पता नहीं लगा पाई है कि आखिर उसने रामकुमार को इतनी बेरहमी से क्यों मारा। क्योंकि घटना के बाद से धर्मेन्द्र ने अपने होठ सील लिए हैं। वह कुछ भी नहीं बोल रहा है। पुलिस उससे पूछताछ की कोशिश में जुटी है।
मामले की जांच कर रहे थाना प्रभारी वी.यू. गड़रिया ने बताया कि वह बिहार का निवासी है तथा कारखाने में ही रहता था। अन्य श्रमिकों तथा लोगों से पूछताछ में पता चला है कि दो दिन पूर्व कारखाने के मालिक ने उसे काम पर आने से मना कर दिया था। वह ठीक से काम नहीं करता था। फिर भी वह दो दिन से कारखाने में आ रहा था।
दो दिन पूर्व रामकुमार के साथ उसका विवाद भी हुआ था। शायद उसे लगता था कि रामकुमार ने उसके खिलाफ सेठ को भडक़ाया है। इस वजह से उसने रामकुमार की हत्या कर दी। हालांकि अभी पुख्तातौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता। धर्मेन्द्र से पूछताछ जारी है।