कोरोना काल में शहर में आत्महत्या की घटनाओं में लगातार तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। पिपलोद क्षेत्र में सोमवार शाम को मां और पुत्र ने एक ही कमरे में, एक ही पंखे पर साथ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के पीछे आर्थिक तंगी कारण बताया जा रहा है। युवक ने लोन पर घर लिया था और किश्त नहीं भर पाने के कारण वह काफी तनाव में रहता था। उसने दोस्त के साथ भी अपने घर की परेशानी शेयर की थी।
न्यू सिविल अस्पताल और पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पिपलोद राजहंस सिनेमा के पास मिलेनो हाइट्स निवासी महर्षि परेश पारेख (36) और उसकी मां भारती परेश पारेख (56) ने सोमवार शाम को घर में फांसी ली। महर्षि को मिलने उसके दोस्त घर गए तो घटना की जानकारी हुई। स्थानीय लोगों से सूचना मिलने पर उमरा पुलिस पहुंची और शव के पोस्टमार्टम की कार्रवाई पूरी की। पुलिस ने एफएसएल की टीम को भी बुला लिया। पुलिस ने बताया कि महर्षि निजी एप्लिकेशन पर सामान बेचने का व्यवसाय करता था। उसको एक पुत्र और पत्नी है। वह बच्चे और पत्नी को पन्द्रह दिन पहले पीहर छोड़ आया था। ससुराल में उसने आर्थिक तंगी की बात कही थी कि रुपए का मैटर शॉर्ट आउट हो जाएगा उसके बाद उनको घर लेकर जाउंगा कहा था।
दोस्तों को आत्महत्या करने का इरादा बताता था महर्षि के दोस्तों ने बताया कि उसके पिता की पांच वर्ष पहले मौत हो गई थी। महर्षि आर्थिक तंगी के कारण काफी टेंशन में रहता था। पिछले दो दिन से वह दोस्तों के साथ आत्महत्या करने की बात कर रहा था। दोस्त ने महर्षि को फोन किया और फोन नहीं उठाने पर वह उसके घर मिलने के लिए पहुंचे।
इसके बाद उन्हें महर्षि और उनकी मां पंखे से लटके मिले। उमरा पुलिस के उप निरीक्षक पराग डावरा ने बताया कि मृतक महर्षि का बालाजी रोड पर मकान होने के बाद भी वह पिपलोद में किराए के मकान में रहते थे। उधारी बढ़ जाने के कारण बैंक से उसे फोन आ रहे थे। आशंका जताई जा रही है कि आर्थिक तंगी के कारण महर्षि और उसकी मां भारती ने खुदकुशी की है।