कोरोना के कारण कामकाज बंद होने के बाद भी वसूली एजेन्ट लोगों को ब्याज देने के लिए बाध्य कर रहे हैं। कई लोगों ने आरोप लगाया कि कोरोना के कारण उत्पन्न परेशानी बताने पर भीख मांग कर भी उनका ब्याज जमा करने की धमकी दी जा रही है। इससे त्रस्त लोगों ने विधायक अनंत पटेल से इन फाइनेंस कंपनियों व बैंकों के खिलाफ शिकायत की।
इस दौरान कहा गया कि प्राइवेट फाइनेंस एजेंसियों द्वारा लोन देने से पूर्व सरपंच व अग्रणियों से चर्चा करनी चाहिए। गरीब व आदिवासी ग्रामीणों को पहले कर्ज के जाल में फंसाकर ऊंचा ब्याज लेकर उन्हें तबाह किया जा रहा है। इसके खिलाफ मामलतदार और पुलिस में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की गई। इस दौरान तालुका पंचायत की पूर्व प्रमुख चंपाबेन, तालुका पंचायत सदस्य हसमुख भाई समेत कई लोग मौजूद रहे।