रघुकूल मार्केट में फिर हुआ हंगामा तीन माह पहले 28 अगस्त को रघुकुल मार्केट के पीछे पार्किंग परिसर में व्यापारियों के गोडाउन तोड़े जाने की घटना के बाद से ही कपड़ा बाजार का उक्त मार्केट लगातार में चर्चा में बना हुआ है। मार्केट के निर्माण के बाद से ही यहां की देखभाल व संचालन बिल्डर द्वारा गठित सोसायटी के हाथ में था। तीन माह पहले मार्केट में मनपा दस्ते की कार्रवाई से खफा व्यापारियों ने तब आनन-फानन में कमेटी का गठन किया और मार्केट संचालन हाथ में लेने के लिए संघर्ष के मार्ग पर चल पड़े।
TEXTILE NEWS-उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक फैली मंदी हालांकि इस दौरान 25 दिन में आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद सोसायटी सुपुर्द करने के बिल्डर का आश्वासन खरा नहीं उतरने पर मार्केट के कपड़ा व्यापारी व कमेटी पदाधिकारी गत दो-तीन दिन से फिर से लामबंद हो रहे है। गुरुवार दोपहर रघुकुल मार्केट के मेंटेंनेंस ऑफिस में कमेटी के पदाधिकारी व्यापारी एकत्र हुए और आगे की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने उन सभी बिंदुओं पर विस्तार से बातचीत की जिनके बारे में बिल्डर, वकील, चेरिटी कमिश्नर, पुलिस के समक्ष रघुकुल मार्केट का पूरा प्रकरण रखा गया है। बैठक में सोसायटी अध्यक्ष श्रवण मेंगोतिया, सचिव अशोक जिंदल, कोषाध्यक्ष चक्रपाणि जालान समेत अन्य 17 सदस्य व्यापारी मौजूद थे।
SURAT TEXTILE MARKET: अवकाश पर कपड़ा बाजार में छिड़ा विवाद
कानूनी तरीके से आगे बढऩे पर एकमत
गुरुवार दोपहर आवश्यक बैठक में मौजूद रहे रघुकुल टैक्सटाइल मार्केट सर्विस सोसायटी के पदाधिकारी व्यापारियों में से ज्यादातर बिल्डर को अधिक मोहलत देने के मूड में नजर नहीं आए। इनमें से अधिकांश व्यापारी अब कानूनी तरीके से आगे की लड़ाई रघुकुल मार्केट के व्यापारियों के हित में लडऩे के पक्ष में दिखे। इस दौरान सलाबतपुरा पुलिस थाने से भी पुलिसकर्मी मेंटेनेंस ऑफिस पहुंचे और उन्होंने शिकायत के आधार पर सोसायटी पदाधिकारियों का पक्ष सुना।
कानूनी तरीके से आगे बढऩे पर एकमत
गुरुवार दोपहर आवश्यक बैठक में मौजूद रहे रघुकुल टैक्सटाइल मार्केट सर्विस सोसायटी के पदाधिकारी व्यापारियों में से ज्यादातर बिल्डर को अधिक मोहलत देने के मूड में नजर नहीं आए। इनमें से अधिकांश व्यापारी अब कानूनी तरीके से आगे की लड़ाई रघुकुल मार्केट के व्यापारियों के हित में लडऩे के पक्ष में दिखे। इस दौरान सलाबतपुरा पुलिस थाने से भी पुलिसकर्मी मेंटेनेंस ऑफिस पहुंचे और उन्होंने शिकायत के आधार पर सोसायटी पदाधिकारियों का पक्ष सुना।
अन्य मार्केट में भी उठने लगी मांग
रघुकुल मार्केट में सोसायटी सुपुर्दगी मामले का असर कपड़ा बाजार के अन्य टैक्सटाइल मार्केट में भी व्यापारियों के बीच होने की बात बैठक में पदाधिकारियों ने की। उन्होंने बताया कि रघुकुल मार्केट के बाद कपड़ा बाजार के अन्य मार्केट में भी व्यापारी सोसायटी संचालन स्वयं के हाथों में लेने के मूड में आने लगे है। पदाधिकारी व्यापारियों के मुताबिक रघुकुल मार्केट का असर जल्द ही कपड़ा बाजार के ही कोहिनूर मार्केट, अन्नपूर्णा मार्केट आदि में भी दिखाई देने लगेगा।
इन पर चली लम्बी चर्चा
आवश्यक बैठक में सोसायटी सुपुर्दगी के 25 दिवसीय मौखिक आश्वासन के अलावा पदाधिकारी व्यापारियों ने मार्केट में एजीएम नहीं होने, मेंटेनेंस राशि समेत ट्रांसफर राशि व आय-व्यय का लेखा-जोखा नहीं दिए जाने, बिल्डर द्वारा गठित अनलीगल कमेटी, स्टाफ क्वाटर्स तोड़े जाने समेत अन्य कई विषयों पर विस्तार से चर्चा की। वहीं, सिक्यूरिटी व मेंटेनेंस स्टाफ में बदलाव के अलावा अन्य मार्केट विकास संबंधी बातचीत भी सोसायटी के पदाधिकारियों ने बैठक में की।
भरोसे पर नहीं उतरे खरे
व्यापारियों को सोसायटी सौंपने के लिए मांगे गए समय से अधिक अवधि बिल्डर को दी गई लेकिन, वो अपनी बात पर खरे नहीं उतरे। ऐसी स्थिति में रघुकुल मार्केट के व्यापारी अब कानूनी तरीके से आगे की लड़ाई मार्केट हित में लडेंगे।
श्रवण मेंगोतिया, अध्यक्ष, रघुकुल टैक्सटाइल मार्केट सर्विस सोसायटी