परिजनों का आरोप है कि कुछ समय बाद जब व्यवसाय चल पड़ा, तब उनको उससे अलग करने की कवायद शुरू हो गई। पिछले दिनों धंधे में कच्चे पर 50 लाख और पक्के पर 10 से 12 लाख रुपए का हिसाब होना बाकी था। इसको लेकर सत्यनारायण काफी तनाव में रहते थे। बताया जा रहा है कि सत्यनारायण बुधवार को जे. जे. मार्केट में सिद्धार्थ से मिलने गए और वहीं जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। इस घटना के बाद मार्केट में भागदौड़ मच गई। दुकानदारों ने उनको एम्बुलेंस में स्मीमेर अस्पताल पहुंचाया।
इमरजेंसी विभाग में चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उनको भर्ती कर लिया। परिजन कृष्णगोपाल शर्मा ने आरोप लगाते हुए बताया कि सत्यनारायण को भागीदार ने व्यवसाय में धोखा दिया। हिसाब में कई गड़बड़ी है। सत्यनारायण की ओर से सप्लायर और स्टाफ को पेमेंट करना शेष है, जिसके हिसाब में कोई जिक्र ही नहीं था। इसके चलते मानसिक तनाव में यह कदम उठाया है। दूसरी तरफ, पुलिस ने घटना की प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की है।