सूरत

इस बार भी निर्दलीय प्रत्याशी सत्ता में होंगे निर्णायक

बीलीमोरा नगरपालिका चुनाव 17 को होंगे दोनों पक्षों कर रहे बहुमत से जीतने का दावा भाजपा ने नौ वार्डों की 36 सीटों पर 36 प्रत्याशी उतारे

सूरतFeb 09, 2018 / 11:32 pm

Sunil Mishra


नवसारी. बीलीमोरा नगर पालिका के गठन से ही निर्दलीय निर्णायक रहे हैं। पिछली दो टर्म से यहां निर्दलीय प्रत्याशियों के साथ मिलकर भाजपा ने कमल खिलाया है। वहीं निर्दलीय ही विपक्ष की भूमिका में भी रहे। इस बार भी बीलीमोरा पालिका चुनाव में 69 निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी जंग में हैं। इससे पालिका में कौन सत्ता पर बैठेगा, उसके लिए निर्दलीय ही निर्णायक रहेंगे। हालांकि भाजपा एवं कांग्रेस दोनों पार्टियों के प्रत्याशी बहुमत से जीतने का दावा कर रहे है।
गठन के बाद से ही निर्दलीय हावी
बीलीमोरा नगर पालिका वर्ष 1961 में बनी थी। पालिका के गठन के बाद यहां पार्टियों के मुकाबले निर्दलीय प्रत्याशियों का दबदबा रहा। 1961 से 2008 तक पालिका में निर्दलीय प्रत्याशियों ने ही राज किया। यहां ना भाजपा थी और ना ही कांग्रेस। वर्ष 2008 में भाजपा ने पालिका में बहुमत हासिल कर शासन किया। उस समय भी पालिका में निर्दलीय निर्णायक रहे। वर्ष 2013 में भी पालिका के ९वार्डों की 27 सीटों में से 12 पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने कब्जा जमाए रखा था। उस समय भी भाजपा इनके समर्थन से सत्ता में आई। इस बार पालिका के स्थानीय निकाय चुनाव घोषित होने से पूर्व भाजपा में शहर अध्यक्ष प्रग्नेश पटेल समेत जिला स्तरीय कई नेताओं की नीति रीति को लेकर कार्यकर्ताओं में नाराजगी थी। इसके चलते पालिका निकाय चुनाव में कुल 69 निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी जंग में उतरे हैं। उनके सामने भाजपा ने नौ वार्डों की 36 सीटों पर 36 प्रत्याशी खड़े किए, जबकि कांग्रेस सिर्फ 25 प्रत्याशी ही ढूंढ पाई। 17 फरवरी को होने वाले चुनाव में बीलीमोरा के मतदाता चेहरों को देख कर मतदान करेंगे, ऐसी संभावना है, जिससे चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों का निर्णायक भूमिका में रहना तय माना जा रहा है। इसके बावजूद भाजपा व कांग्रेस के नेता पालिका पर अपना परचम लहराने का दावा कर रहे हैं।
निर्दलीयों पर रहेगा दारोमदार
1961 से बीलीमोरा पालिका के गठन से 2008 तक निर्दलीयों ने राज किया। 2008 से लगातार दो टर्म से भाजपा ने निर्दलीयों के समर्थन से पालिका की सत्ता संभाली। इस बार भी भाजपा से नाराज या टिकट न मिलने से सबसे अधिक 69 निर्दलीय चुनावी मैदान में हंै, लेकिन इस बार भी जीतने के बाद निर्दलीय भाजपा को ही मजबूत करेंगे, ऐसा लग रहा है।
सौरभ पटेल, बीलीमोरा
भाजपा प्रत्याशी ही जीतेंगे
हमने माइक्रो प्लानिंग की है। आशा है कि सभी नौ वार्डों की 36 सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी जीतेंगे। बीलीमोरा में हर बार निर्दलीय प्रत्याशी ज्यादा होते हैं। लोग भाजपा के साथ हैं। विस चुनाव में भी बीलीमोरा से भाजपा को 12,500 मतों की लीड मिली थी। इसलिए बीलीमोरा पालिका में भाजपा ही जीतेगी।
शांतिलाल पटेल, अध्यक्ष, गणदेवी तहसील भाजपा
भाजपा से नाराजगी का कांग्रेस को फायदा
बीलीमोरा पालिका की 25 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है और 11 निर्दलीय प्रत्याशियों के साथ गठबंधन किया है। लोग 15 सालों में भाजपा से त्रस्त हुए हैं। इस बार परिवर्तन चाहते है और उसका श्रेष्ठ विकल्प कांग्रेस है। भाजपा से रूठे लोग निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं, जो भाजपा को नुकसान करेंगे, जिसका फायदा कांग्रेस को होगा और सत्ता मिलेगी।
रामबाबू शुक्ला, अध्यक्ष, बीलीमोरा शहर कांग्रेस
 

निर्दलीय महिला प्रत्याशी के घर से शराब जब्त
बीलीमोरा नगर पालिका में वार्ड नं. 1 से निर्दलीय महिला प्रत्याशी के घर से बीलीमोरा पुलिस ने 1200 रुपए की शराब बरामद की।
बीलीमोरा नगर पालिका के चुनाव 17 फरवरी को होने हैं। उससे पूर्व चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशी मतदाताओं को रिझाने के प्रयास में जुट गए हैं। प्रत्याशियों के प्रचार के बीच गुरुवार रात 8 बजे पुलिस ने शहर के वणकर टेकरा स्थित शुभलक्ष्मी अपार्टमेन्ट निवासी सुधा राजेश पटेल (33) के घर पर दबिश दी। पुलिस ने मौके से व्हीस्की की 5 बोतलें बरामद की। इसकी कीमत 1250 रुपए बताई गई। पुलिस ने मौके से निर्दलीय महिला प्रत्याशी सुधा पटेल को गिरफ्तार कर बीलीमोरा थाने में प्राथमिकी दर्ज की। पीएसआई गौरव पटेल ने बताया कि पकड़ी गई महिला बीलीमोरा पालिका में निर्दलीय चुनाव लड़ रही है। इसके यहां से पहली बार ही केस हुआ है। महिला बूटलेगर है या नहीं, अभी यह नहीं कहा जा सकता है।

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