जानकारी के अनुसार आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) गुप्त सूचना मिली थी कि महिधरपुरा में अवैध रूप से टेलिफोन एक्सचेंज चलाया जा रहा है। एटीएस ने सूरत क्राइम ब्रांच के साथ संयुक्त कार्रवाई कर सूचना की तस्दीक की। सोमवार को महिधरपुरा भवानी विला बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर छापा मारा। वहां सौरभ व प्रेम सिम बॉक्स व सॉफ्टवेर का इस्तेमाल कर अंतरराष्ट्रीय फोन कॉॅल को अवैध रूप से स्थानीय कॉल में बदलते थे।
ऐसा करने से जिस व्यक्ति पर अंतरराष्ट्रीय कॉल आती थी, उसके मोबाइल पर स्थानीय नम्बर ही दिखाई देता था। इस वजह से टेलिकॉम कंपनिया भी उस व्यक्ति अंतरराष्ट्रीय कॉल का चार्ज नहीं वसूल पाती। उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है। इसके अलावा ऐसे कॉल का सोर्स भी पता नहीं चलता।
जिसके चलते अपराधी व आतंकी भी इसका उपयोग कर सकते है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इस रैकेट से जुड़े दुबई निवासी जीगर टोपीवाला, वोइटेक कंपनी के तकनीशियन व अन्य आरोपियों को वांछित घोषित किया हैं।
इनको पकड़ा पुलिस ने मौके से महिधरपुरा भवानी विला निवासी सौरभ सरकार (30) व अडाजण सुरभी रो हाउस निवासी प्रेम टोपीवाला उर्फ बोनी (31) को गिरफ्तार किया हैं। सौरभ पश्चिमी बंगाल के वेस्ट मेदनीपुर जिले के संदुपुर गांव का मूूल निवासी है।
यह हुआ बरामद पुलिस को मौके से लेन व पावर केबल सहित 28 सिमकार्ड वाला सिम बॉक्स, लेन व पावर केबल सहित सीपीयू, एडेप्टर व लेन केबल सहित फायर वॉल, एडेप्टर समेत स्वीच बोर्ड, यूपीएस, 5 मोबाइल फोन, 3 सिमकार्ड समेत अन्य चीजें बरामद हुई।
गेमिंग कंपनियों के लिए उपयोग पुलिस ने बताया कि इस अवैध टेलिफोन एक्सचेंज का उपयोग दुबई की कुछ गेमिंग कंपनियों के लिए किया जा रहा था। इन गेमिंग कंपनियों द्वारा स्थानीय लोगों को किए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय कॉल को स्थानीय कॉल में बदला जाता था।
दुबई से भेजे थे उपकरण पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि दुबई में रहने वाले जीगर ने कॉलिंग सॉफ्टवेर, सीपीयू व सिम बॉक्स समेत अन्य सामान पार्सल में उन्हें भेजा था। जिसे वोइटेक कंपनी के तकनीशियन ने लगा कर उन्हें एक्सचेंज तैयार किया था।