सूरत. गुजरात सरकार की पहल पर सूरत को मेगा सिटी बनाने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए समीप के २१ गांवों और दो नगरपालिकाओं को सूरत में शामिल करने की तैयारी है। इसके लिए इलेक्शन एंड सेंसस विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर स्थाई समिति को भेजा है। समिति से हरी झंडी मिलने के बाद सामान्य सभा की मंजूरी ली जाएगी और फिर इसे गुजरात सरकार को भेजा जाएगा। शहर का दायरा बढ़ाने के लिए गुजरात सरकार ने सबसे पहले 2017 में प्रस्ताव मांगा था।
वर्ष 2006 में हुए विस्तार के बाद सूरत शहर का क्षेत्रफल 326.52 वर्गकिमी तक फैल गया है। गुजरात सरकार ने एक दशक बाद नए सिरे से शहर के सीमा विस्तार पर काम शुरू किया था। वर्ष 2017 में इसके लिए गुजरात सरकार ने सूरत महानगर पालिका प्रशासन से शहर का एक्सपेंशन प्लान मांगा था। विधानसभा 2017 के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से ऐन पहले राज्य सरकार ने इस आशय का एक परिपत्र सूरत महानगर पालिका प्रशासन को भेजा था। उस वक्त चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के कारण आचार संहिता लग गई थी। इस वजह से उस वक्त होल्ड पर रखे गए गुजरात सरकार के प्रस्ताव को फिर नए कलेवर के साथ अमली जामा पहनाने की कवायद अब शुरू हुई है।
मनपा के इलेक्शन एंड सेंसस विभाग ने सूरत शहर के सीमांकन के लिए प्रस्ताव तैयार किया है। इसके तहत समीप के 21 गांव और दो नगर पालिकाओं को शहर का हिस्सा बनाया जाएगा। इस कवायद से शहर की सीमा में 170 वर्गकिमी का नया क्षेत्र जुड़ जाएगा। इसके बाद शहर का दायरा 326.52 वर्गकिमी से बढ़कर 496.52 वर्गकिमी हो जाएगा। इसके साथ ही वर्ष 2011 के सेंसस के मुताबिक शहर की आबादी जो 44.67 लाख थी, वह बढ़कर 46.17 लाख हो जाएगी। यानी दायरा 170 वर्गकिमी का बढ़ेगा और आबादी महज डेढ़ लाख ही बढ़ेगी। इस प्रस्ताव को स्थाई समिति को भेजा गया है। वहां से मंजूरी के बाद सामान्य सभा से पारित कराया जाएगा। सामान्य सभा की मंजूरी मिल जाती है तो इसे गुजरात के शहरी विकास विभाग और शहरी गृह निर्माण विभाग को भेजा जाएगा।
नए शामिल हो रहे क्षत्रों के छह वर्ग बनाए मनपा प्रशासन ने शहर की सीमा में शामिल होने जा रहे नए क्षेत्रों को छह वर्गों में बांटा है। पहले समूह में वालक, भाटा, खोलवड़, नवागाम, लसकाणा, पासोद्रा और खदसर को शामिल किया गया है। दूसरे समूह में करारवा, सणिया और कणदे, तीसरे समूह में सचिन नगर पालिका, कनकपुर-कनसाड़ नगरपालिका, तलंगपुर और पाली, चौथे समूह में कांदी फलिया, पांचवें समूह में भाटपोर, भाटा और इच्छापोर व छठे समूह में वसवारी, भरथाणा और कोसाड गांव को शामिल किया गया है।
पहले ही बता दिया था राजस्थान पत्रिका ने पांच जनवरी 2018 के अंक में ‘हमारा सूरत जाएगा 500 वर्गकिमी के पार’ शीर्षक से इस आशय का समाचार प्रकाशित कर गुजरात सरकार के इरादे पहले ही जाहिर कर दिए थे। उस वक्त मनपा प्रशासन गुजरात सरकार के परिपत्र को लेकर उतना गंभीर नहीं था। बाद में शहर को मेगा सिटी बनाने के लिए नए सिरे से मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की पहल पर मनपा प्रशासन गंभीर हुआ और ड्राफ्ट तैयार कर स्थाई समिति को भेजा है।