ग्रामीण स्वच्छता में लक्ष्य के निकट
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में हमारी सरकार बनने से पहले ग्रामीण स्वच्छता का दायरा मात्र 38 प्रतिशत था, वह अब बढक़र 98 प्रतिशत हो गया है। इसका अर्थ है कि देश लक्ष्य के बहुत निकट है। आज खादी देश में फैशन तो बन ही चुकी है, इसके अतिरिक्त यह आजादी की कहानी बताने और महिला सशक्तीकरण का एक शक्तिशाली माध्यम भी बन रही है।
…यह सवाल देश भूलेगा नहीं
दांडी में नमक सत्याग्रह स्मारक के लोकार्पण समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि जब गांधीजी ने सत्याग्रह के लिए नमक को चुना था तो कुछ लोगों ने इसका विरोध किया, लेकिन गांधीजी ने अपना अभियान जारी रखा, क्योंकि वह इसके महत्त्व को जानते थे। उस समय नमक के प्रयोग को छोटा समझा जाता था, उस तरह की मानसिकता देश में आज भी है। कुछ लोग सवाल करते हैं कि साफ सफाई क्या पीएम का काम है, गैस कनेक्शन देने से क्या जीवन बदलता है, बैंक खाता खोलने से क्या गरीब अमीर हो जाएगा। यह सारे सवाल देश भूलेगा नहीं। जब समाज सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ता है, तभी बड़े-बड़े संकल्प सिद्ध कर पाता है। इस साल जब हम बापू की 150वीं जयंती मनाने वाले हैं, तब तक पूरे देश को खुले में शौच से मुक्त करना है।