अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़
डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद परिजनों ने दया का शव स्वीकार किया और घर ले गए। शुक्रवार सुबह दया की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। तापी नदी के किनारे अश्वनी कुमार श्मशान गृह में अंतिम संस्कार किया गया।
बच्ची की हालत नाजुक
परिजनों का कहना है कि दया ने जिस बच्ची को जन्म दिया था, उसकी हालत नाजुक है। उसे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है।

सूरत. लेडी डॉक्टर के खिलाफ आईपीसी की धारा ३०४ के तहत गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज होने पर इंडीयन मेडिकल एसोशिएशन से जुड़े डॉक्टरों ने विरोध जताया। उन्होंने इंचार्ज शहर पुलिस आयुक्त हरिकृष्ण पटेल को ज्ञापन देकर कई सवाल उठाए। डॉक्टरों का कहना था कि पुलिस ने घटना के ४८ घंटे बाद किसी दबाव के चलते मामला दर्ज किया। यदि इसी तरह डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई होगी तो डॉक्टर मरीजों का इलाज करने से कतराएंगे। पटेल ने उनसे मिले डॉक्टरों को सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के मुताबिक पुलिस द्वारा कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया।