रेल मंत्री, रेल राज्यमंत्री, रेलवे बोर्ड अध्यक्ष, पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक, मुम्बई मंडल रेल प्रबंधक से बार-बार मांग करने का असर हुआ है। यह ट्रेन बुधवार से बहाल करने की जानकारी महाप्रबंधक ने राकेश को दी है। उन्होंने बताया कि २३ अगस्त को बिलीमोरा-वघई नेरोगेज ट्रेन ने सुबह साढ़े दस बजे अंतिम फेरा लगाया था। ट्रेन का इंजन डूंगरडा और वघई स्टेशन के बीच पटरी से उतर गया था। बिलीमोरा-वघई के बीच का क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य है। इस ट्रेन से रोजाना सैकड़ों यात्री आवाजाही करते थे। ट्रेन बंद होने से रोजाना सफर करने वाले छोटे-छोटे व्यापारी भी मुसीबत का सामना कर रहे थे।
सौ साल पुरानी ट्रेन
वड़ोदरा के सयाजीराव गायकवाड़ ने बिलीमोरा-वघई नेरोगेज ट्रेन की शुरुआत ब्रिटिश शासन में १९१५ में की थी। उन्होंने आदिवासी इलाकों को विकसित करने के इरादे से ट्रेन की शुरुआत करवाई थी। इस मार्ग पर दूसरी कोई बेहतर परिवहन व्यवस्था नहीं है।
स्थाई के एजेंडे में शामिल होंगे कई अतिरिक्त काम
चुनाव आचार संहिता से पहले हो रही स्थाई समिति की संभवत: अंतिम बैठक में अतिरिक्त कामों की लंबी सूची सामने आ सकती है। फिलहाल बुधवार को प्रस्तावित बैठक के एजेंडे में महज खानापूर्ति ही है। पहले १७ अक्टूबर को आचार संहिता लागू होने की चर्चाओं के बीच मनपा प्रशासन ने १३ अक्टूबर को ही स्थाई समिति की बैठक आयोजित कर ली थी। उस बैठक के एजेंडे में अतिरिक्त कामों की लंबी फेहरिस्त थी। इसका मकसद किसी तरह आचार संहिता से पहले वर्कऑर्डर जारी कर साइट पर काम शुरू करा देना था। इसी बीच खबर आई कि दीपावली बाद चुनावों का ऐलान हो सकता है। इसे देखते हुए मनपा प्रशासन ने स्थाई समिति की एक और बैठक कर अन्य कामों को भी हरी झंडी दिखाने की कवायद की है। बुधवार को होने वाली बैठक के एजेंडे में फिलहाल तीन काम शामिल हैं।
मनपा प्रशासन ने मंगलवार को हुई टीएससी की बैठक में कई कामों को मंजूरी दी। ऐसे में माना जा रहा है कि बुधवार को होने वाली स्थाई समिति की बैठक के एजेंडे में अतिरिक्त कामों की एक और फेहरिस्त शामिल हो सकती है।